यूरिक एसिड तभी बढ़ता है जब बॉडी में प्यूरीन (Purine)की मात्रा बढ़ने लगती है। प्यूरिन एक ऑर्गेनिक कंपाउंड है जो मानव शरीर के हर सेल में पाया जाता है। बॉडी में प्यूरिन की अधिक मात्रा होने पर किडनी उसे पचाने में असमर्थ होता है और तब ये मसल्स में क्रिस्टल के रूप में जमने लगते हैं।
यूरिक एसिड बढ़ने के नुकसान
यूरिक एसिड बढ़ने से सबसे पहले जोड़ों में दर्द होता है। साथ ही पैरों की उंगलियों में दर्द और पैर के अंगूठे में सूजन आ जाती है। सुबह-सुबह एड़ियों में असहनीय दर्द होने का कारण भी यूरिक एसिड ही होता है।
मटन-चिकन बहुत खाना: नॉनवेज के शौकीनों में भी यूरिक एसिड काफी ज्यादा होने के चांसेज रहते हैं, क्योंकि नॉनवेज में प्यूरीन की मात्रा काफी अधिक होती है। हफ्ते में तीन से चार बार नॉनवेज खाने वालों में ये समस्या जल्दी नजर आती है।
दही: आयुर्वेद में दही को भी यूरिक एसिड बढ़ाने वाला माना गया है। वहीं, कई खट्टी चीजें भी यूरिक एसिड बढ़ाती हैं।
शराब और सिगरेट की आदत: शराब और सिगरेट का सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ता है। एल्कोहल का सेवन करना अनहेल्दी हैबिट्स हैं जिनकी वजह से बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है और बॉडी से टॉक्सिन बाहर नहीं निकल पाते। टॉक्सिन नहीं निकलने की वजह से जोड़ों में दर्द की परेशानी बढ़ सकती है।
यूरिक एसिड बढ़ने पर खानपान में क्या न लें
यूरिक एसिड बढ़ने पर प्रोटीन का इंटेक बेहद कम कर देना चाहिए। प्रोटीन और बादी के साथ खट्टी चीजें यूरिक एसिड को बढ़ा देती हैं।