गेहूं में मौजूद ग्लूटेन (व्हीट प्रोटीन) पदार्थ से एलर्जी हो जाती है। ऐेसे में गेहूं व इससे बनी चीजों (मैदा, सूजी, पानी पताशा, दलिया, बे्रड, बिस्किट) से परहेज करना चाहिए। इन्हें खाने से डायरिया, चक्कर आना, थकान व खून की कमी जैसे दिक्कतें होती हैं। विकल्प के तौर पर ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी आदि अनाज को भोजन में शामिल कर सकते हैं।
दूध में मौजूद लैक्टोज तत्त्व से एलर्जी होती है। ऐसे में दूध जब दही, छाछ, पनीर या छेना का रूप लेता है तो यह तत्त्व लैक्टिक एसिड में बदल जाता है जिससे दिक्कत नहीं होती। लेकिन जिन्हें लैक्टोज एलर्जी न होकर पूर्ण तरह दूध से एलर्जी है वे सोया मिल्क, मूंगफली का दूध, नारियल का दूध पीएं।
यह लोगों में बेहद आम एलर्जी है। जिसका कोई अन्य विकल्प नहीं। ऐसे में प्रोटीन या कैल्शियम के लिए खाए जाने वाले अंडे का विकल्प इन तत्त्वों से युक्त चीजें जैसे दाल, छेना, पनीर, दूध आदि हो सकती हैं।
सोयाबीन या इससे बनी चीजें, चाइनीज फूड, सोया सॉस, दालें, वड़ियाें से एलर्जी होती है। इसकी जगह अन्य दालें खा सकते हैं।