ये पांच बदलाव करें
1- तैराकी, साइक्लिंग व अन्य आउटडोर गेम्स में भाग लेने को प्रोत्साहित करें।
2- बच्चा इस पोजिशन में बैठे तो उसे टोकें। दिक्कतों के बारे में बताएं।
3- बच्चे को आलती-पालती मारकर बैठने के फायदों के बारे में बताएं।
4- बच्चे की पीठ, जोड़ों की अच्छे से मालिश करें, इससे मजबूती आएगी।
5- सामान्य मुद्रा में बैठने से दिक्कत है तो स्टूल, कुर्सी के सहारे बैठाएं। दिक्कत होने पर चिकित्सक से परामर्श लें।
एक्सपर्ट : डॉ. अशोक गुप्ता, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ, जेके लोन हॉस्पिटल, जयपुर