आम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलोन कैंसर, ल्यूकेमिया और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव में फायदेमंद है। इसमें क्यूर्सेटिन, एस्ट्रागालिन और फिसेटिन जैसे ऐसे कई तत्व होते हैं जो कैंसर से बचाव करने में मददगार होते हैं।
आम में विटामिन ए भरपूर होता है, जो आंखों के लिए वरदान है। इससे आंखों की रौशनी बनी रहती है। कोलेस्ट्रॉल रखे नियमित
आम में फाइबर और विटामिन सी खूब होता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल संतुलन बनाने में मदद मिलती है।
आम के गुदे का पैक लगाने या फिर उसे चेहरे पर मलने से चेहरे पर निखार आता है और विटामिन सी संक्रमण से भी बचाव करता है। पाचन में मददगार
आम में कैलोरी कम मात्रा में लेकिन पानी और डायटरी फाइबर अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। ये पाचन को सुधारने में मदद करते हैं। अधिक फाइबर युक्त फूड्स खासे से वजन घटता है और हृदय से जुड़ी बीमारियों से बचाव होता है।
रिसर्च के अनुसार आम में पाए जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउंड और फाइटोकेमिकल वसा से जुड़े जीन को दबा देते हैं। जिसके कारण शरीर पर अतिरिक्त चर्बी नहीं जमती है और शरीर का वजन भी घटता है।
आम में विटामिन सी अधिक मात्रा में पाया जाता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत रखता है और बॉडी फैट को कम करता है। आम में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो न सिर्फ वजन घटाने में मदद करता है बल्कि आंखों की सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
फ्रिज में रखे आम के कुछ टुकड़े स्मूदी या दही में मिलाने से इनका स्वाद बढ़ जाता है।
फ्रूट सलाद या ऐसे ही अन्य फलों के साथ आम का सेवन करना चाहिए।
आइस्ड टी, पानी या नींबू पानी के गिलास में आम का एक टुकड़ा डालकर सेवन करें।
हालांकि आम को नैचुरल रूप में खाना सबसे बेहतर है। आम को कभी भी शुगर या मीठी चीजों में मिलाकर न खाएं अन्यथा इससे ब्लड शुगर का स्तर और वजन बढ़ सकता है।
आम को नाश्ते, लंच या दोपहर के भोजन के बाद खाया जा सकता है। हालांकि रात को सोने से पहले या भोजन करने के तुरंत बाद आम खाने से बचना चाहिए अन्यथा आपका पाचन खराब हो सकता है। इसके साथ ही आम को भोजन करने से एक घंटे पहले या भोजन करने के दो घंटे बाद खाना चाहिए। इससे सेहत को बहुत फायदा मिलता है।