इन रोगों में फायदेमंद है गाजर
बिना छीले कच्ची गाजर खाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
गाजर खाने से कब्ज नहीं होती। पथरी भी टूटकर निकल जाती है।
गाजर के 25 ग्राम बीजों का काढ़ा बनाएं व इसमें गुड़ मिलाकर पीने से मासिक धर्म नियमित होता है।
गाजर का मुरब्बा आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
एक कांच के जार में 250 ग्राम धुली हुई सौंफ डालें। इसमें गाजर का रस डालकर सुखा लें, ऐसा तीन बार करें। इसमें 125 ग्राम मिश्री मिलाकर पाउडर बना लें, इस मिश्रण को रोज रात को गाय के दूध में घी मिलाकर लेने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
भीगे बादाम को छिलका उतारकर खाने के बाद एक कप गाजर का रस और मिश्री मिलाकर गाय का दूध पीने से मानसिक शांति मिलती है। हृदय मजबूत होने के साथ शारीरिक शक्ति भी बढ़ती है।