मोरिंगा ओलीफेरा यानि सहजन, इसे ड्रमस्टिक ट्री के नाम से भी जाना जाता है। अपने पोषक तत्वों कारण इसे सुपरफूड माना जाता है। सहजन की पत्तियों का सूखा पाउडर कई तरह के न्यूट्रिशन से भरपूर होता है। यदि आप एक ऐसे भोजन की तलाश में हैं जो आपकी की इम्युनिटी बूस्ट करने, सूजन कम करने और एंटी माइक्रोबियल प्रभाव देने का काम करता हो, तो आपकी खोज मोरिंगा पर समाप्त होती है। मोरिंगा पत्ती के अर्क से मिलने वाला पाउडर आपके दिल की सेहत बनाए रखता है। यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने, रक्तचाप को नियमित रखने में सहायक है। मोरिंगा के पत्तों का दैनिक सेवन फैटी लीवर की समस्या को रोकने व आंत की वसा को कम करने में मदद करता है। मोरिंगा के पत्तों के 100 ग्राम में 314 मिलीग्राम कैल्शियम होता है और कैल्शियम आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
अखरोट का दूध डेयरी का एक अच्छा विकल्प है। सामान्य तौर नट्स वसा, फाइबर और प्रोटीन के साथ-साथ दूध के अच्छे स्रोत होते हैं। इनमें पाएं जाने वाले पोषक तत्व शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। जो लोग एलर्जी के कारण दूध का सेवन नहीं करते उनके लिए एक सेहतमंद विकल्प है।
ग्रीन कॉफी बीन्स अनरोस्टेड बीन्स होने के कारण क्लोरोजेनिक एसिड (CGA) को संरक्षित करते हैं, जो कॉफी बीन्स को भुनने के दौरान काफी हद तक कम हो जाता है। क्लोरोजेनिक एसिड वजन कम करने, मोटापे से संबंधित हार्मोन को संशोधित कर मोटापा रोकने, लिवर में फैटी एसिड कम करने और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायक होता है। यह कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को कम कर रक्त शर्करा और इंसुलिन स्पाइक्स को भी रोकता है। जिससे टाइप 2 मधुमेह का जोखिम कम हो जाता है।
लौह, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम और फाइबर जैसे खनिजों में बाजरा विशेष रूप से उच्च होता है,जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं, विशेष रूप से हृदय के लिए। बाजरा को कम से कम एलर्जेनिक और सबसे आसानी से पचने वाला अनाज माना जाता है। चूंकि बाजरा में ग्लूटेन नहीं होता है, इसलिए यह ग्लूटेन से एलर्जी रखने वाले लोगों के लिए अच्छा विकल्प है। बाजरा का सेवन सूप, खिचड़ी या रोटी बनाकर किया जा सकता है।
फूलगोभी में यूनिक प्लांट कम्पाउंड जो कई बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। इसमें कैंसर से लड़ने वाली शक्ति भी हो सकती है। यह विटामिन सी, के, फाइबर, फोलेट और विटामिन बी 6 का एक अच्छा स्रोत है।