अमरूद के पत्तों में कत्था मिलाकर चबाएं, मुंह के छाले ठीक होंगे।
चाय में मेथीदाना उबाल कर पीएं, मुंह की दुर्गंध दूर होगी।
रोजाना अनानास का जूस पीने से भी मुंह की दुर्गंध से निजात मिलती है।
दांतों की सफाई और इन्हें रोगमुक्त रखने के लिए हरड़ के चूर्ण से मंजन करना चाहिए।
गले में तकलीफ हो तो प्याज को सिरके में पीस कर चाटें।
मसूड़ों से खून आने पर जामुन के रस को मुंह में भरकर कुल्ला करें।
अमरूद के पत्ते चबाने या इसके पत्तों के काढ़े में फिटकरी मिलाकर कुल्ला करने से दांत का दर्द ठीक होता है।
सर्दियों में दांत दर्द हो तो अदरक का टुकड़ा दांत में दबाएं।
तेजपत्तों का चूर्ण मंजन के रूप में इस्तेमाल करें।
रोज 20 ग्राम तिल चबाकर खाने से दांत मजबूत होते हैं।
दांत दर्द की समस्या हो तो काली मिर्च और तुलसी के पत्ते पीसकर उसकी गोली बना लें। जिस दांत में दर्द हो उसके नीचे दबाकर रख लें।
गले में परेशानी होने पर तुलसी के पत्तों के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर कुल्ला करें।
कत्थे का टुकड़ा और मिश्री को मुंह में रखकर चूसें। मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।
रोज साबुत धनिया चबाएं, सांस की बदबू से राहत मिलेगी।
दांतों को साफ करने के लिए दांतों को जोर-जोर से न रगड़ें। हमेशा सॉफ्ट ब्रश का इस्तेमाल करें।
दांतों में दर्द हो तो लहसुन की एक मोटी कली को उस दांत में दबाएं। आराम मिलेगा।
दांतों की सफाई का पूरी तरह ध्यान रखें, हर तीन से चार महीने में अपना ब्रश बदल लें, ज्यादा से ज्यादा दो मिनट तक ही ब्रश करें और मीठी चीजें खाने के बाद कुल्ला जरूर करेें।