न्यूजीलैंड पोषण फाउंडेशन के अनुसार, हमारे भोजन के स्रोतों में दो प्रकार के भोजन शामिल हैं: हेम आयरन और नाॅॅॅन-हेम अायरन । मांस, मुर्गी और मछली में हेम आयरन होता है, और यह आसानी से शरीर में अवशोषित हो जाता है। दूसरी ओर, पौधों, खाद्य पदार्थों जैसे कि सब्जियों, अनाज, बीन्स और मसूर में नाॅॅॅन-हेम अायरन पाया जाता है और जाेकि शरीर द्वारा अच्छी तरह से अवशोषित नहीं किया जाता।इसलिए, यदि भोजन में बीन्स या ग्रीन वेज के साथ हेम आयरन युक्त चीजें शामिल करेंगे ताे आप तीन गुना ज्यादा आयरन के वनस्पति स्रोतों के अवशोषण में सुधार कर सकते हैं।
खाली पेट लेने पर आयरन सबसे अच्छा अवशोषित होता है। दूध और एंटासिड आयरन अवशोषण प्रक्रिया में बाधा डालते हैं, इसलिए आयरन लेते समय इनसे बचें। इसके अलावा, भोजन के साथ चाय पीने से बचें क्योंकि चाय में टैनिन भोजन से लोहे के अवशोषण को रोकता है।
शराब का सेवन भी शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण के साथ हस्तक्षेप करता है, विशेष रूप से बी विटामिन (बी 1, बी 3, और फोलेट) और विटामिन ए के अवशाेषण में जाेकि गंभीर पोषण संबंधी कमियों की ओर जाता है। क्याेंकि हमारे शरीर को नई रक्त कोशिकाओं के उत्पादन और रखरखाव के लिए फोलेट की आवश्यकता होती है।
अपने दैनिक आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, बिना पाॅॅॅलिस का चावल, फलियां, सूखे मेवे और ताजे संतरे जैसे माैसमी फल शामिल करें ताकि आप अपने फोलेट की पूर्ति कर सकें।जाेकि आपकाे एनेमिया जैसे राेग से बचाव के लिए कारगर है।