मुँहासे त्वचा इंफ्लेमेटरी की स्थिति है जो आपके चेहरे, छाती, पीठ, बाहों और पीठ पर पिंपल्स और धब्बों के ताैर पर उभर सकती है। विभिन्न कारक हैं जो मुँहासे की शुरुआत में योगदान करते हैं। उनमें से कुछ में एंड्रोजन स्तर में वृद्धि, तनाव, हार्मोनल परिवर्तन, ग्रेसी सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग आदि शामिल हैं। इसके अलावा, विटामिन ए और ई की कमी से यह स्थिति पैदा हो सकती है। तो, आपको मुँहासे के मामले में अपने त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए, ताकि सहीकारण के आधार पर सही उपचार मिल सके।
विशेषकाें के अनुसार पीली त्वचा विटामिन बी 12 की कमी का संकेत है। यह सांस की तकलीफ, कमजोरी, आंखाें का धुंधलापन और झुनझुनी सनसनी सहित कई स्थितियों का कारण बन सकता है। यदि आप इन लक्षणों के साथ-साथ पीली त्वचा का अनुभव करते हैं, तो आपको रक्त परीक्षण के लिए जाना चाहिए और पोषण विशेषज्ञ से भी परामर्श करना चाहिए।
मसूड़ों में खून आना विटामिन सी की कमी को बताता है। यदि आप इस समस्या से परेशान है तो आपको अपने दैनिक आहार में अधिक से अधिक खट्टे फल जैसे अंगूर, नींबू, संतरे आदि को शामिल करना चाहिए।