
The city's garbage is causing trouble for the villagers
डिंडोरी. डिंडोरी-मंडला मुख्य मार्ग पर जिला मुख्यालय से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम रहंगी के पास बने कचरा घर ने अपने आसपास के रहवासियों का जीना दूभर कर दिया है। शहर का कचरा ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। इस कचरे घर में फेंकी गई गंदगी पूरे क्षेत्र में खेल रही है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एक तो यह कचरा घर मुख्यमार्ग पर बिलकुल रोड किनारे ही बना दिया गया है। दूसरी बात यह कि प्रशासन द्वारा यहां लाखो रुपये खर्च करके कचरा डालने के लिए बाउंड्री बाल बनाया गया है पर नगर पंचायत की कचरा गाड़ी पूरी नगर का कचरा ले जाकर मण्डला-डिंडोरी मुख्यमार्ग के रोड किनारे ही फेंक आते है। पंचायत के कर्मचारियों की मेहरबानी इस रोड में चलने वाले राहगीरों के ऊपर इतनी है कि यहां राहगीर नाक बंद करके या मुंह मे कपड़ा बांध कर सफर करने को मजबूर है। खास कर दोपहिया वाहन ओर पैदल यात्रियों के लिए तो यह राह किसी नर्क से कम नही है। जितने भी राहगीर यहां से निकलते है सब नगरपरिषद डिंडोरी को कोसते हुए निकलते है। जिला मुख्यालय में बैठे जवाबदार सब देख कर अनदेखा कर रहे हैं सब जानते हुए भी अनजान बने बैठे है। ग्रामीणों का कहना है कि अपनी परेशानी को लेकर कई बार शिकायत उच्च अधिकारियों से कर चुके हैं जिम्मेदारों के द्वारा सिर्फ कोरी तसल्ली दे दी जाती है कि जल्द इसमें सुधार किया जाएगा पर वर्षो से लगातार यह आलम चल रहा है। आज तक कोई भी जवाबदार मौके में जाकर मुआयना कर इसमें कार्रवाही करने की जहमत नही उठाया। जिले के जवाबदारों के इस लापरवाही का खामियाजा आम जनता उठा रही है।
खेतों में फैल रही प्लास्टिक
राहगीरों के अलावा आसपास जो खेती है उसमें खेती कर रहे किसान भी परेशान है। खुले में फेंके जा रहे कचरा के कारण पन्नी प्लास्टिक सहित अन्य चीजें उनके खेत मे उड़कर जा रही है। उसकी बदबू से किसान बीमार भी पड़ रहे है। साथ ही कृषि कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है।
मूक पशुओं के लिए जानलेवा
मूक जानवर भी खुले में फेंके जा रहे कचरा से बीमार हो रहे हंै। पेट भरने के लिए खाने की तलाश में वहां जा कर पन्नी सहित अन्य गंदी वस्तुएं खाकर अकारण ही मौत के मुह में समा रहे है।
धुंआ से वायु प्रदूषण
कचरा घर से फैल रही गंदगी से लोग परेशान हैं इसके साथ ही रोड में कचरा फेंकने के बाद इसमें आग लगा दी जाती है। जिससे दिन रात यहां धुंआ निकलता रहता है। ऐसे में आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां दिन रात आग लगी होने के कारण आसपास के खेतों में लगी फसलों में भी आगजनी का खतरा बना रहता है ।
असामाजिक तत्वों का डेरा
कचरा घर में बनी बाउन्ड्री बाल और नजदीक में ही बना सेड असामाजिक तत्वों के बैठने व छुपने का अड्डा बना हुआ है। इसी कचरा घर में कुछ माह पूर्व एक महिला की आधी जली लाश पाई गई थी। जिसे कचरे के ढेर में दवा कर आग लगा दी गई थी। सुरक्षा व्यवस्था ना होने के कारण इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति की संभावना लगातार बनी हुई है।
इनका कहना है
मुझे भी जानकारी प्राप्त हुई है, जिसे लेकर कार्ययोजना तैयार की गई है। शीघ्र ही इस समस्या से निजात दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
शशांक आर्मो, मुख्य नगर पालिका अधिकारी डिंडोरी
Published on:
24 Oct 2019 05:11 pm
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