हेड इंजरी होने पर क्या करें?
मरीज को हिलाए-डुलाएं नहीं, देखें कि उसकी सांसें सामान्य है या नहीं। अगर मरीज को सांस लेने में परेशानी हो रही है तो मुंह से सांस दें। मरीज को उल्टी हो रही है तो उसे आराम से एक करवट लिटा दें। ब्लीडिंग हो रही है तो साफ कपड़े से बांधें ताकि ब्लीडिंग रुके। तुरंत पास के किसी अच्छे हॉस्पिटल में मरीज को भर्ती कराएं।
क्या हैं इसके दुष्प्रभाव?
चोट लगने के कारण ब्रेन के अंदर ब्लीडिंग हो सकती है। इससे ब्रेन हैमरेज हो सकता है। टिश्यू डैमेज होने से मरीज की याद्दाश्त जा सकती है। नर्वस सिस्टम डैमेज होने पर मरीज लकवाग्रस्त हो सकता है। मरीज की जान भी जा सकती है।