
जयपुर। हमारे शरीर का हर अंग की महत्वपूर्ण है। सभी सुचारू रूप से काम करे तो ही इंसान स्वस्थ रह सकता है। हृदय, मस्तिष्क और फेफड़ों की तरह, हमारे गुर्दे हमारे समग्र स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती को बनाए रखने के लिए अहम भूमिका निभाते हैं। यूके नेशनल हेल्थ सर्विसेज (एनएचएस) के अनुसार गुर्दे की प्राथमिक भूमिका विषाक्त पदार्थों के खून को साफ करना और कचरे को मूत्र में बदलना है।
गुर्दे विषाक्त और अपशिष्ट पदार्थों को निकालना है बाहर
गुर्दे का मुख्य कार्य विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना है। हालांकि, जब अंग प्रभावी ढंग से काम करना बंद कर देता है, तो यह प्रक्रिया में रुकावट आना लाजमी है। जिसके परिणामस्वरूप शरीर के ऊतकों में अतिरिक्त पानी और नमक के संचय के साथ-साथ विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों का निर्माण होने लगता है। इससे चेहरे, पैरों में सूजन और आंखों के आसपास सूजन हो सकती है। किडनी लाल रक्त कोशिकाओं का भी निर्माण करती है, जिसकी कमी से एनीमिया हो सकता है। यह शरीर में मस्तिष्क और मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति को बाधित कर सकता है, जिससे आप बेहद थका हुआ महसूस कर सकते हैं।
गुर्दे के अस्वस्थ होने से शरीर में दिखने हैं ऐसे लक्षण
अस्वस्थ गुर्दे की वजह से शरीर में कुछ लक्षण में बदलाव आ सकते हैं या पेशाब में बदलाव आ सकते हैं। आमतौर पर, गुर्दे रक्त को फिल्टर करने में मदद करते हैं जिससे मूत्र का उत्पादन होता है, जिसके माध्यम से शरीर से अपशिष्ट बाहर निकल जाते हैं। हालांकि, जब गुर्दे ठीक से काम नहीं करते हैं, तो यह मूत्र मार्ग में अनियमितता पैदा कर सकता है। बार-बार पेशाब आने का अनुभव हो सकता है। वहीं अन्य को पेशाब में खून दिखाई दे सकता है। झागदार और बुलबुले से भरा पेशाब भी किडनी की समस्या का संकेत हैं।
हो सकती है सांस की तकलीफ
हमारे गुर्दे हमारे शरीर में तरल पदार्थ को संतुलित करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। गुर्दे की समस्याओं से आपके फेफड़ों में तरल पदार्थ का निर्माण हो सकता है, जिससे सांस की तकलीफ हो सकती है। इसे द्रव अधिभार या हाइपरवोल्मिया भी कहा जाता है। कुछ लोगों को सीने में दर्द भी होता है, जिसे अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के साथ भ्रमित किया जा सकता है।
स्कीन में हो सकती है खुजली
खुजली, रूखी त्वचा होना किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। यह रक्त में खनिजों और पोषक तत्वों के असंतुलन का संकेत है। यह फास्फोरस के रक्त स्तर में अचानक वृद्धि के कारण भी हो सकता है।
आपकी किडनी को स्वस्थ रखने के लिए, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (NIDDKD) स्वस्थ भोजन विकल्प बनाने, शारीरिक गतिविधि बढ़ाने, स्वस्थ वजन बनाए रखने, पर्याप्त नींद लेने, नींद छोड़ने, शराब का सेवन सीमित करने, मधुमेह का प्रबंधन करने और उच्च रक्तचाप और तनाव को कम करने की सलाह दी है।
Updated on:
05 Jun 2023 05:48 pm
Published on:
05 Jun 2023 05:47 pm
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