
कुछ कीड़ों के दंश शरीर पर जख्म कर देते हैं व कुछ रात को सोते समय काटते हैं जिनसे सुबह तक शरीर पर घाव बन जाते हैं।
किसी कीड़े के काटने से त्वचा संबंधी रोग बढ़ जाते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को होती है क्योंकि वे अपनी तकलीफ ठीक से बता नहीं पाते। ऐसे में जरूरत होती है उनकी विशेष देखभाल की जरूरत होती है।
कीड़ों के काटने पर : कुछ कीड़ों के दंश शरीर पर जख्म कर देते हैं व कुछ रात को सोते समय काटते हैं जिनसे सुबह तक शरीर पर घाव बन जाते हैं। वहीं ब्लिस्टर बीटल नाम के कीड़े को मसल देने पर इससे कैंथ्रेडिन नाम का पानी जैसा रसायन स्रावित होता है जो त्वचा पर छाले या लाल चकते कर देता है। ऐसे में उस स्थान पर जलन या खुजली होने लगती है व कई बार सूजन भी आ जाती है।
लापरवाही न करें : इस तरह के किसी भी लक्षणों के दिखने पर सबसे पहले उस स्थान पर बर्फ से सेंक करें। यदि उससे किसी तरह का आराम न हो तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। कई बार बच्चों में मेडिकल हिस्ट्री या पहले से किसी बीमारी के कारण भी कीड़े के काटने पर तकलीफ गंभीर हो सकती है। जिन लोगों को पहले से एलर्जी की शिकायत है उनके लिए कई बार कीड़े का काटना जानलेवा हो सकता है। ऐसे में विशेषज्ञ के बताए अनुसार मेडिसन व इंजेक्शन का प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। इसलिए इलाज में कोई लापरवाही न बरतें।
सावधानी अपनाएं : घर की साफ सफाई का विशेष खयाल रखें।
बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जिनसे शरीर पूरी तरह कवर रहे।
छोटे बच्चों को झाडिय़ों व गंदे पानी से दूर रखें।
रात में बच्चे को चादर उड़ाकर मच्छरदानी आदि में सुलाएं।
Published on:
09 Mar 2019 10:28 am
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