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ल्यूकोरिया (सफेद पानी) के इलाज के लिए जानें ये खास बातें

अगर इस समस्या को ज्याद लंबे समय तक अनदेखा किया जाए तो ये गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है।

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जयपुर

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Vikas Gupta

Dec 14, 2018

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अगर इस समस्या को ज्याद लंबे समय तक अनदेखा किया जाए तो ये गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है।

ल्यूकोरिया या व्हाइट डिस्चार्ज का इलाज यूनानी पद्धति में काफी अच्छा होता है। खानपान की गलत आदतें, गर्म चीजों का अत्यधिक सेवन, ज्यादा वजन उठाने, मासिक स्राव ठीक से ना होने और यूरिनरी इंफेक्शन की वजह से ल्यूकोरिया या व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या होती है। यूनानी पद्धति में ल्यूकोरिया को सैलानुर्रहम कहा जाता है। सफेद पानी या स्वेत प्रदर की समस्या के दौरान महिलाओं के शरीर में कमजोरी आने लगती है, चक्कर आते हैं, बदन में दर्द होता है और चेहरे की रौनक खत्म सी हो जाती है। अगर इस समस्या को ज्याद लंबे समय तक अनदेखा किया जाए तो ये गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है।

ल्यूकोरिया के कारण -

अधिक सहवास करना।

जननांग व मूत्र मार्ग में इंफ्केशन होना।

बार-बार गर्भपात कराना।

ल्यूकोरिया या व्हाइट डिस्चार्ज के लिए दवाएं -

इसकी दवाइयां सुपारी पाक, चिकनी सुपारी, माजून (चटनी) और सफूफ (चूर्ण) के रूप में दी जाती है। इसमें गुल ए अनार (अनार के फूल), गुल ए पिस्ता (पिस्ता के फूल), सुपारी के फूल व लोट पठानी(छाल) को शहद में पीसकर चटनी तैयार की जाती हैं। इसका इलाज एक से तीन महीने चलता है।