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Tuberculosis: बच्चों को हो रहे हैं फेफड़ों और लिम्ड नोड की टीबी, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में

locationनई दिल्लीPublished: May 12, 2022 03:11:52 pm

Submitted by:

Neelam Chouhan

Tuberculosis: डॉक्टर्स का मानना है कि यदि दो हफ़्तों से ज्यादा समय तक खांसी बनी हुई है, तो बच्चे में ये टीबी का लक्षण भी हो सकता है। यदि ऐसी स्थिति दिख रही है तो तुरंत ही जांच कराएं।
 

 बच्चों को हो रहे हैं फेफड़ों और लिम्ड नोड की टीबी, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में

symptoms of lungs and lymph nodes tuberculosis in childrens

Tuberculosis: टीबी जिसे ट्यूबरक्लोसिस के नाम से भी जाना जाता है, इसकी बात करें तो ये माइक्रोबियल ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टेरिया के कारण होती है। इस बैक्टेरिया के शरीर में प्रवेश करने से टीबी जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। वहीं ये संक्रामक बीमारी होती है जो एक से दूसरे को आसानी से फैल जाती है। आमतौर पर इस बीमारी का खतरा अक्सर बढ़ते उम्र के लोगों को अधिक होता है, लेकिन आजकल कम उम्र के लोग भी इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं।

टीबी के मुख्य लक्षणों कि बात करें तो इसका मुख्य लक्षण है खांसी आना, वहीं आजकल बच्चों में भी ये बीमारी देखने को मिल रही है।
छोटे बच्चों में क्या हो सकते हैं लिम्फ नोड्स की टीबी के लक्षण
बढ़ती उम्र के लोगों से ज्यादा ये बीमारी आजकल बच्चों में देखने को मिल रही है। लिम्स नोड्स के होने पर गले में गांठ बन जाती है, इस गांठ में दर्द का अहसास नहीं होता है, लेकिन इसे टीबी का एक मुख्य लक्षण माना जाता है। वहीं खांसी ही नहीं गांठ का लंबे समय तक बने रहना भी टीबी का लक्षण हो सकता है।

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जानिए बच्चों में टीबी होने के कौन – कौन से लक्षण दिखाई दे सकते हैं
सोते समय अत्यधिक ठंड का अहसास होना, वहीँ नींद न आना। पेट से जुड़ी कई समस्याएं भी बनी रह सकती है जैसे कि पेट दर्द होना, पेट में गैस बनना, दस्त की शिकायत होना आदि।
 
 
 
इससे बचने के लिए क्या किया जा सकता है
वयस्को के जैसे बच्चों को भी टीबी की बीमारी से बचाने की आवश्य्कता होती है। इसलिए बच्चों को बीसीजी का इंजेक्शन तुरंत ही लगवा देना चाहिए। वहीं यदि बच्चों को लगातार खांसी और जुखाम हो रहा हो तो तुरंत ही डॉक्टर को दिखा लें।

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डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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