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शादी समारोह से लौटते रहे परिवार पर किया पथराव, 2 साल के बच्चे की मौत

डूंगरपुर शहर सहित जिले भर में लूटपाट व वाहनों पर पथराव की वारदातों पर प्रभावी नकेल नहीं कस पाने का खामियाजा आखिरकार एक परिवार को अपने मासूम को खोकर चुकाना पड़ा है।

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डूंगरपुर शहर सहित जिले भर में लूटपाट व वाहनों पर पथराव की वारदातों पर प्रभावी नकेल नहीं कस पाने का खामियाजा आखिरकार एक परिवार को अपने मासूम को खोकर चुकाना पड़ा है। लूटपाट की नीयत से बदमाशों के पथराव से शुक्रवार रात को एक दो साल के मासूम की जान चली गई। वारदात चौरासी थाना क्षेत्र के पौहरी खातुरात गांव के समीप की है। जानकारी के अनुसार मांड्या परा निवासी विक्रम परमार के साले परोदा निवासी अजय की शादी थी अजय की बारात वणिया तब गई थी। विक्रम व उसकी पत्नी शिल्पा अपने दो साल के बेटे वरुण के साथ मोटर साइकिल से वाणिया तालाब गए थे। रात को तीनों वापस मोटर साइकिल से आ रहे थे। रास्ते में पोहरी खरात के समीप छह बदमाशों ने मोटर साइकिल रोक दी और पथराव शुरू कर दिया।

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इससे मोटर साइकिल के आगे बैठे वरुण के सिर पर पत्थर लग गया। इससे वह लहूलुहान हो गया। विक्रम घायल बच्चे को पोहरी खातुरात चिकित्सालय में ले गया। लेकिन, बच्चे की हालात गंभीर होने पर उसको जिला चिकित्सालय रेफर किया। परिजन बच्चे को जिला चिकित्सालय लेकर आए। यहां पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, सूचना पर चौरासी पुलिस मौके पर पहुंची और सवको जिलामुर्दाघर रखवाया पुलिस ने शनिवार सुबह मृतक के पिता विक्रम की रिपोर्ट पर शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द किया। हत्या में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। परिजनों ने बताया कि विक्रम व शिल्पा ने प्रेम विवाह किया है। उनके विवाह के छह वर्ष होने के बाद संतान हुई थी। इससे परिवार खुश था। पर, पथराव से मासूम को खोने के बाद परिवार पर व्रजपात हो गया है। माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।

चाह ले तो क्या नहीं हो सकता.....
पिछले चार साल से जिले को कोई भी राह सुरक्षित नहीं रही हैं। जिले की सड़के अपराधियों की गिरफ्त में तरह जकड़ चुकी है। पुलिस अपराध होने के बाद अपराधियों की धरपकड़ कर खुद ही अपनी पीठ थपथपा है। लेकिन, इन अपराधियों की जड़ तक पहुंचने की पुलिस ने कभी जहमत नहीं उठाई है। स्थितियाँ यह है कि लोग सांझ ढलते ही यात्रा कार्यक्रम टालने लगे हैं। इस संबंध में समय-समय पर स्वयंसेवी संगठनों, निजी ऑपरेटरों आदि ने भी प्रशासन, जनप्रतिनिधियों एवं पुलिस को ज्ञापन आदि दिए हैं। पर पुलिस केवल अपराधि को पकड़ने तक ही अपनी ड्यूटी मान चुकी है। अपराध के खात्मे की तरफ नजर नहीं दौड़ा रही है जिन- सड़कों पर यह घटनाएं हो रही हैं और वहां के लोग स्वयं भी जानते हैं कि यह कौन लोग हैं और किस ध्येय से अपनी दहशत कायम कर रहे हैं पुलिस चाह ले तो एक दिन में इन छुटभैये अपराधियों के गिरेबान पकड़ जिलेवासि को भयमुक्त बना सकती है। जिले के कप्तान के नेतृत्व में पिछले कुछ दिनों में प्रभावी कार्रवाई हुई हैं। ऐसे आमजन को फिर विश्वास बंधा है कि जल्द ही पुलिस अपराधियों में भय और आमजन में सुरक्षित माहौल विश्वास कायम करेगी। वहीं गांववासियों को भी चाहिए कि अपने गाँव के ऐसे समाजकंटकों के बारे में खुद उ आकर पुलिस को सूचना दें। ताकि, शांतिप्रिय इस जिले में फिर लोग निर्भीक होकर विचरण कर सके।


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जून माह में ही हो गई हैं 05 वारदातें.....
जिले में बदमाशों ने इस जून माह में पांच लूट की वारदातों को अंजाम दिया है।
12 जून चौरासी थाना क्षेत्र के पाड़ली गांव के आमली फला के समीप चाकू की नोक पर एक फाइनेंस कम्पनी कार्मिक के साथ 94541 रुपए की लूट।
14 जून आसपुर थाना क्षेत्र के भटवाड़ा गांव के बस स्टैंड के समीप एक युवक पर लूट के प्रयास से धारदार हथियार से हमला
16 जून चौरासी थाना क्षेत्र के हुका महुडा के समीप डंपर चालक व परिचालक के साथ मारपीट व 25 हजार रु की लूटा
23 जून : चौरासी थाना क्षेत्र के पोहरी खातुरात के समीप मोटर साइकिल से शादी से आ रहे दंपती पर पथराव, इससे दो वर्ष के बेटे की मौत