जीवन की सांसे कब खत्म हो जाए कुछ कह नहीं सकते हैं। शहर की पत्रकार कॉलोनी में एक परिवार पर गुरुवार को व्रजपात टूट पड़ा। एक ही परिवार में एक ही दिन में दो-दो असमायिक मौत हो गई। इससे परिवार काफी टूट गया है।
डूंगरपुर. जीवन की सांसे कब खत्म हो जाए कुछ कह नहीं सकते हैं। शहर की पत्रकार कॉलोनी में एक परिवार पर गुरुवार को व्रजपात टूट पड़ा। एक ही परिवार में एक ही दिन में दो-दो असमायिक मौत हो गई। इससे परिवार काफी टूट गया है। हार्ट अटैक से जेठ की मौत के कुछ घंटों बाद ही छोटे भाई की पत्नी की भी हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई।
मिली जानकारी अनुसार शहर के पत्रकार कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य रामेश्वर गर्ग (61) को रात्रि में सीने में दर्द की शिकायत हुई। इस पर उनके पुत्र उन्हें निजी चिकित्सालय और बाद में सरकारी चिकित्सालय ले गए। लेकिन, तब तक उनकी मृत्यु हो गई थी। इस पर उनकी पार्थिव देह वापस घर लेकर आए। इस पर परिवार में विलाप टूट पड़ा। इस बीच अवसाद में आने पर छोटे भाई दिनेश गर्ग की पत्नी हेमलता (50) गर्ग की तबीयत भी बिगड़ गई।
इस पर रात्रि को उन्हें भी हॉस्पीटल में भर्ती किया। यहां उनकी हृदय गति काफी कम हो रही थी। इधर, गुरुवार सुबह सुरपुर मोक्षधाम पर रिश्तेदारों ने रामेश्वर गर्ग की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार किया और दोपहर साढ़े 12 बजे हॉस्पीटल में भर्ती छोटे भाई की पत्नी हेमलता की भी हृदयगति रुक गई। एक साथ दो अकस्मात मौत से परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट गया है। दोपहर बाद हेमलता की पार्थिव देह का भी समाजजनों ने गमगीन माहौल में दाह संस्कार किया। परिवारजन ने बताया कि रामेश्वर गर्ग हेमलता के जेठजी और माशाजी दोनों होते थे।