6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan News : सरकारी स्कूलों में 15 दिन नहीं होगी पढ़ाई, उलझन में टीचर, जानें क्या है माजरा

Rajasthan News : सरकारी स्कूलों में 15 दिन नहीं होगी पढ़ाई। शिक्षक उधेड़बुन में लग गए हैं। जानें क्या है माजरा।

2 min read
Google source verification
Rajasthan Dungarpur Government Schools 15 Days no Classes Holidays Teachers Confused Know What is Matter

File Photo

Rajasthan News : सरकारी विद्यालयों में शैक्षिक सत्र के आगाज के पहले से ही शुरू हुए गैर शैक्षिक कार्य एवं उत्सव-पर्व थमने का नाम नहीं ले पा रहे हैं। हालात ये हैं कि सरकारी विद्यालयों की पढ़ाई चौपट हो गई है। शिक्षक चाहकर भी विद्यार्थियों को अध्ययन नहीं करवा पा रहे हैं। वहीं, चालू शैक्षिक सत्र में सरकारी और निजी विद्यालयों में एक बार फिर पढ़ाई का बैंड बजना है। विभिन्न सरकारी विभागों में भर्ती को लेकर समान पात्रता भर्ती परीक्षा (सीईटी) इसी सत्र में प्रस्तावित की है। यह परीक्षा होती है, तो करीब एक पखवाड़े तक स्कूलों में पढ़ाई ठप होगी। दो चरणों में होने वाली इस परीक्षा में प्रस्तावित तिथियों को देखते ही संस्थाप्रधान और शिक्षक उधेड़बुन में लग गए हैं।

इतने दिन होगी परीक्षा

राजस्थान सरकार की ओर से उच्च माध्यमिक स्तर की सीईटी परीक्षा की संभावित तिथि 21 अक्टूबर से 26 अक्टूबर 2024 कुल छह दिन तय की है। इसी तरह स्नातक स्तर की परीक्षा 25 सितबर से एक अक्टूबर 2024 तक प्रस्तावित की है और यह सात दिन होगी। दोनों ही परीक्षा के लिए जिले में कुल 46 परीक्षा केन्द्र फिलहाल पंजीकृत किए हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने संस्थाप्रधानों की सूचियां, कुल परीक्षा योग्य कक्ष एवं बैठक क्षमता आदि का हवाला दिया है।

यह भी पढ़ें -

Rajasthan News : प्रदेशभर के शिक्षकों की शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने की जमकर तारीफ, जानें क्या कहा

अधिकारी ने कहा…

जिला शिक्षा अधिकारी, डूंगरपुर आरएल डामोर ने कहा निदेशालय ने निर्देश जारी किए थे। इसके आधार पर सूची बनाकर कलक्टर को प्रस्तुत की है। परीक्षा 46 केन्द्र पर ही प्रस्तावित की है। शेष विद्यालयों में पढ़ाई होगी। -

पूरे सत्र नहीं हुई परीक्षा

चालू शैक्षिक सत्र शुरू होने के साथ ही प्रवेशोत्सव, पौधरोपण के साथ ही विभिन्न पर्व, उत्सव और शिक्षकों के जिमे थोपे गैर शैक्षिक कार्यों के चलते अध्ययन ही नहीं हो पाया है। छमाही परीक्षा के लिहाज से स्वतंत्रता दिवस के बाद सितंबर और अक्टूबर यह दो माह विद्यालयों के खास महत्वपूर्ण होते हैं। इन दो माहों में ही पढ़ाई होती है।

यह भी पढ़ें -

Rajasthan News : मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना का नाम बदला, आदेश जारी