
दुर्ग में बनेगी नालंदा जैसी 15 करोड़ की सुपर हाईटेक लाइब्रेरी
Super Hitech Library Durg: दुर्ग जिले के युवाओं को अब शानदार सेंट्ररलाइज डिजिटल लाइब्रेरी मिलेगी। यह एक तरह का स्टडी हब होगा जिसे रायपुर के नालंदा परिसर की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। हजारों फिजिकल किताबें होंगी, जिनसे यूपीएससी व पीएससी के साथ-साथ व्यापमं, नेट, सेट और कई केंद्रीय प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में बड़ी मदद मिलेगी।
बुधवार को हेमचंद यादव विवि में हुई कार्यपरिषद की बैठक में इस सेंट्रल लाइब्रेरी पर सहमति हो गई। विवि प्रशासन ने बताया कि यह लाइब्रेरी नालंदा परिसर जैसी मल्टीस्टोरी होगी, जिसमें वर्ल्ड क्लास सुविधाएं युवाओं को मिलेंगी। इसको लेकर जल्द ही जमीन की तलाश पूरी होने को है। राज्य शासन की मंशा के तहत जिला प्रशासन और हेमचंद विश्वविद्यालय ने इसकी रूपरेखा तैयार करना शुरू कर दिया है। विवि प्रशासन ने बताया कि भवन के लिए जमीन और निर्माण जैसे सभी कार्य राज्य सरकार पूरा कराएगी, वहीं लाइब्रेरी बनने के बाद इसकी देखरेख, किताबें, जर्नल जैसे सारी जिम्मेदारियां विश्वविद्यालय की होंगी।
पहला विवि जो करेगा समाज सेवा
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय प्रदेश का इकलौता संस्थान बन गया है, जो अब समाज सेवा भी करेगा। बिल्कुल सही...इसके लिए विवि ने ढाई लाख रुपए का बजट तय किया है। इन पैसों से विवि जरूरतमंदों की मदद करेगा। हेल्थ कैंप लगाएगा वहीं कमजोर आर्थिक स्थिति से गुजर रहे विद्यार्थियों की मदद जैसे काम होंगे। विवि प्रशासन ने बताया कि कोरोना काल में ऐसे कई मौके आए जब जरूरतमंदों की मदद करनी चाही लेकिन बजट में प्रावधान और इससे जुड़े नियम नहीं होने की वजह से विवि कुछ नहीं कर पाया। यही वजह रही कि यह मामला ईसी में रखा गया, जिसे सभी सदस्यों ने एकमत से सहमति दे दी।
डीएसडब्ल्यू का कार्यकाल बढ़ाया
हेमचंद यादव विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। इसका आदेश उच्च शिक्षा विभाग ने हाल ही में जारी कर दिया है। प्रशांत श्रीवास्तव मुख्य रूप से दुर्ग साइंस कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं, जिन्हें प्रतिनियुक्ती पर हेमचंद विवि में छात्र कल्याण अधिष्ठाता की जिम्मेदारी दी गई है।
यह होंगी सुविधाएं
लाइब्रेरी में हाईटेक पुस्तकालय तेज गति के इंटरनेट के साथ मिलेगा, जिसमें दुनिया की हर किताब और जर्नल को देखा जा सकेगा। प्रतियोगी परीक्षाआें की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था भी कराई जा सकेगी। बास्केटबॉल कोर्ट, कैफेटेरिया, एटीएम मशीन और स्टेशनरी के आउटलेट भी मिलेंगे। सबसे बड़ी बात यह होगी कि यह लाइब्रेरी 24 घंटे सातों दिन खुली रहेगी। यहां करीब 50 हजार किताबें शुरुआत में रखने की कोशिश विवि करेगा।
दोनों में बंटेेगा खर्च
इस लाइब्रेरी को पूरी तरह से तैयार करने में 15 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च आएगा। इसमें भवन निर्माण जैसे खर्च राज्य शासन वहन करेगी, लेकिन किताबों सहित कई बड़े खर्चों को विवि भी उठाएगा। ईसी की बैठक में इसके लिए 20 लाख का शुरुआत फंड सदस्यों की सहमति से स्वीकृत कराया गया है। इस लाइब्रेरी के लिए करीब 4 एकड़ जगह की जरूरत बताई जा रही है, जिसमें एक समय पर 500 से 900 लोग एक बार में मौजूद रह सकेंगे।
Published on:
17 Mar 2023 01:44 pm
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