
राजस्थान के कोटा से छत्तीसगढ़ लौटने वाले 478 स्टूडेंट्स की दुर्ग में होगी जांच, गृह जिले में नहीं किए जाएंगे क्वारंटाइन
दुर्ग. राजस्थान के कोटा से दुर्ग लौटने वाले छात्रों के जांच की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने पूरी कर ली है। विभाग के अधिकारियों ने कहा कि कोटा में पढऩे गए विद्यार्थियों का दल आज यानी सोमवार को छत्तीसगढ़ पहुंचेगा। इन बच्चाों की जांच करने के लिए प्रदेश के चार बड़े जिले को चिन्हित किया गया है। इसमें दुर्ग भी शामिल है। बताया जा रहा है कि दुर्ग में 478 बच्चों की जांच की जाएगी। जांच रैपिट किट से की जाएगी। लड़कियों के जांच के लिए विज्ञान विकास केन्द्र और लड़कों के लिए रुं गटा कॉलेज जुनवानी को केन्द्र बनाया गया है। जांच के बाद बच्चाों को 14 दिनों तक आइसोलेशन किया जाएगा या होम आईसोलेशन में रखा जाएगा, इसका निर्णय जांच के बाद लिया जाएगा। विदेश से आए और संक्रमित राज्यों से आए प्रवासियों के बाद जिले में रेंडम जांच के तहत स्वास्थ्य विभाग ने लगभग 591 सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए रायपुर एम्स भेजा है। तीन दिनों तक चले इस महिअभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग ने अब जिले में केवल एक स्थान जिला अस्पताल को सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाया है।
जांच के बाद की गई यह व्यवस्था
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रारभिक जांच आरडी किट से किया जाएगा। जिसकी रिपोर्ट लगभग 15 मिनट में प्राप्त होती है। अगर कोर्ई विद्यार्थी पॉजिटिव आता है तो उसे तत्काल निगरानी में रखा जाएगा। इसके बाद स्वाब टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट रिपोर्ट आने तक का वह छात्र विज्ञान विकास केन्द्र और रुंगटा कॉलेज में ही रहेगा।
मीडिया कर्मी व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का लिया सैंपल
रेंडम जांच के तीसरे दिन लगभग 130 सैंपल लिए गए जिसमें 15 मीडिया कर्मी, 20 स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और शेष अन्य लोग शामिल है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट पॉजिटव आने पर रुट चार्ट तैयार कर सर्वे व अन्य लोगों का सैंपल लिया जाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम जेल भी गई थी। जहां पर बंदियों का सैंपल लिया गया।
इसलिए आरडी किट से जांच
पीसीआर जांच में लगभग 4500 का खर्च आता है। वर्तमान में यह जांच राज्य शासन के खर्च पर की जा रही है। यह जांच उच्च स्तरीय लैब में किया जाता है। आरडी किट से महज 250 रुपए जांच हो जाएगा। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर कन्र्फम करने के लिए स्वाब सैंपल लिया जाएगा। इसके लिए शुरूआत में जिला से 20 हजार किट का डिमांड भेजा गया था, लेकिन आया मात्र 250 वह भी अमानक। इसके बाद किट का उपयोग करना बंद कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि वर्तमान में मानक वाला 100 किट सीजीएमएसी के माध्यम से भेजा गया है। वही देर रात 500 किट जिले में भेजा जाएगा।
रविवार को यहां लगा था शिविर
- जिला अस्पताल
- केन्द्रीय जेल दुर्ग
- पल्स हॉस्पीटल नेहरु नगर
- बीएम शाह हॉस्पिटल सुपेला
- नेहरु भवन सुपेला
- अमोद भवन सुपेला
सैंपल जांच के लिए भेजे गए
अब तक-1208
निगेटिव-809
रिपोर्टआना शेष-477
होम आइसोलेशन-46
आइसोलेशन -20
क्वारंटाइन-30
Published on:
27 Apr 2020 02:52 pm
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