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उच्च शिक्षा का ऐसा हाल रिसर्च में फिसड्डी CSVTU ने कहा हम नहीं करा सकते अभी PhD                     

विदेशों के तकनीकी विश्वविद्यालयों से करार कर रिसर्च को बढ़ावा देने का इरादा रखने वाला छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय अपने छात्रों को पीएचडी कराने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखता।

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Satya Narayan Shukla

Dec 20, 2016

CSVTU Research PhD course

CSVTU Research PhD course

भिलाई.
विदेशों के तकनीकी विश्वविद्यालयों से करार कर रिसर्च को बढ़ावा देने का इरादा रखने वाला छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय अपने छात्रों को पीएचडी कराने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखता। 2005 में बना विश्वविद्यालय जैसे-तैसे पीएचडी के तीसरे बैच पर ही अटका हुआ है। हाल में यह चर्चा रही कि विवि पीएचडी प्रवेश परीक्षा कराने की तैयारी कर रहा है, लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए कह दिया है कि अभी फिलहाल नए बैच के लिए कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है।


प्रवेश परीक्षा कराने की गुंजाइश कम

विवि नवंबर में अधिसूचना व विज्ञापन निकालकर नया सेशन जनवरी 2017 में शुरू कराने की कोशिश में जरूर था, लेकिन इस पर विभिन्न कारणों से विराम लग गया। अधिकारियों का कहना है कि पीएचडी 2015 बैच का आरडीसी व अन्य प्रक्रिया जब तक पूरी नहीं होती तब तक नए बैच के लिए प्रवेश परीक्षा कराने की गुंजाइश कम है। सीएसवीटीयू पीएचडी 2011 के छात्रों का कहना है कि कोर्स वर्क पूरा कर परीक्षा व रिजल्ट की कार्रवाही 2013 में की गई है, जबकि रिसर्च डिग्री कमेटी (आरडीसी) की बैठक 2014 में हुई। इसी साल छात्र को गाइड, टॉपिक सहित तमाम जानकारियां दी गई। अब छात्र इस गफलत में है कि पीएचडी की शुरुआत 2013 से मानी जाएगी या 2014 के अनुसार।


लेटर में दिया गया रजिस्ट्रेशन डेट

हालांकि रिसर्च गाइड व इस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक छात्रों के पीएचडी लेटर में रजिस्ट्रेशन की जो तारीख दी गई है, उसी तिथि से शोध कार्य की शुरुआत मानी जाएगी। यह गलती विवि प्रशासन की है। अधिकारी इसे मान भी रहे हैं, लेकिन अब तक इसे लेकर ऑफिशियल अधिसूचना जारी नहीं हुई है, जिससे यह समझा जाए कि छात्र को जनवरी के पहले पीएचडी कार्य के लिए कुलपति से एक्सटेंशन की जरूरत होगी या उनके रजिस्ट्रेशन 2014 के हिसाब से मानकर बिना एक्सटेंशन एक साल अतिरिक्त दिया जाएगा। मई-जून की आस है पर संभावना कम-विवि के अधिकारियों के मुताबिक नवंबर में पीएचडी प्रवेश परीक्षा के आवेदन मांगे जाने का समय अब निकल गया है।


बैच शुरू करवाने प्रस्ताव रखा जाएगा

जल्द ही कार्यपरिषद में पीएचडी के नए बैच शुरू कराने को लेकर प्रस्ताव रखा जाना है। यदि बात बनती है तो मई-जून में प्रवेश परीक्षा का विज्ञापन निकाला जा सकता है। हालांकि इसकी संभावना कम ही बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक विवि 2017 में नया बैच की प्रक्रिया शुरू कराने के बजाय 2018 की तैयारी में है। अधिकारी इस पर कुछ भी स्पष्ट कहने के पक्ष में फिलहाल नहीं है। रजिस्ट्रार सीएसवीटीयू डीएन सिरसांत ने बताया कि पीएचडी के नए बैच की प्रवेश परीक्षा को लेकर फिलहाल कोई तैयारी नहीं है। मई-जून में इसका प्रस्ताव रख सकते हैं। अभी ध्यान 2015 बैच पर ही रहेगा।



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