scriptदुर्ग के चंदूलाल मेडिकल कॉलेज के शासकीयकरण का राज्य बजट में प्रावधान, MBBS सीटें बढऩे से खिले स्टूडेंट्स के चेहरे | Chandulal Medical College Durg will be governed | Patrika News

दुर्ग के चंदूलाल मेडिकल कॉलेज के शासकीयकरण का राज्य बजट में प्रावधान, MBBS सीटें बढऩे से खिले स्टूडेंट्स के चेहरे

locationदुर्गPublished: Mar 02, 2021 01:54:40 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को अपना तीसरा और प्रदेश का 21वां राज्य बजट पेश किया। बजट में भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज शासकीयकरण का प्रावधान भी शामिल कर लिया गया।

दुर्ग के चंदूलाल मेडिकल कॉलेज के शासकीयकरण का राज्य बजट में प्रावधान, MBBS सीटें बढऩे से खिले स्टूडेंट्स के चेहरे

दुर्ग के चंदूलाल मेडिकल कॉलेज के शासकीयकरण का राज्य बजट में प्रावधान, MBBS सीटें बढऩे से खिले स्टूडेंट्स के चेहरे

दुर्ग. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को अपना तीसरा और प्रदेश का 21वां राज्य बजट पेश किया। बजट में भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज शासकीयकरण का प्रावधान भी शामिल कर लिया गया। सीएम भूपेश ने स्वर्गीय चंदूलाल चंद्राकर की पुण्यतिथि के मौके पर कॉलेज के शासकीयकरण की घोषणा की थी। हालांकि इस बजट में सिर्फ शासकीयकरण का जिक्र है। राशि को लेकर कोई स्पष्ट प्रारूप नहीं बताया गया है। आने वाले कुछ दिनों में इसके लिए सरकार जरूरी कदम उठाएगी।
तीन कॉलेजों के लिए 300 करोड़
एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने में करीब 600 करोड़ रुपए तक का खर्च आता है। चंदूलाल मेडिकल कॉलेज के पास बहुत से संसाधन पहले से मौजूद है, इससे खर्च की राशि आधी हो जाएगी। कॉलेज पर दो बैंकों के करीब 143 करोड़ की देनदारी है। इसका निपटारा कैसे होगा, इसके लिए अब सरकार को फैसला करना है।
जानिए क्या होगा दुर्ग को फायदा…अब नहीं जाना होगा रायपुर
अभी तक क्रिटिकल केस होने की स्थिति में जिला अस्पताल मरीज को रायपुर स्थिति मेडिकल कॉलेज में रेफर करता है, लेकिन चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल को शासकीय कॉलेज का दर्जा हासिल होने के बाद यह कॉलेज रिफरल टेरसरी केयर सेंटर की तरह काम करेगा। आपात स्थिति में जिला अस्पताल मरीज को चंदूलाल मेडिकल कॉलेज में रेफर कर देगा। जिले के पीएसई, सीएसई के मरीज भी आएंगे। इससे दुर्ग के मरीजों को रायपुर भेजने की जरूरत नहीं होगी।
मिलेगी राज्य स्तरीय सुविधाएं
जिले में शासकीय मेडिकल कॉलेज की शुरुआत से लोगों की निजी अस्पतालों पर निर्भरता कम होगी। राज्य स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। राज्य सरकार यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति करेगी, जिससे सीधे तौर पर लोगों का भला होगा। शानदार नर्सिंग सुविधा मिलेगी। यह मेडिकल कॉलेज जिले के हायर केयर सेंटर के तौर पर काम करेगा। मरीज को शासकीय योजनाओं का लाभ मिलेगा।
अब आगे क्या होगी प्रक्रिया
चंदूलाल मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण करने के साथ ही राज्य चिकित्सा शिक्षा संचालनालय नेशनल मेडिकल कमीशन में सत्र 2021-22 के लिए आवेदन करेगा। राज्य सरकार एनएमसी को कॉलेज टेकओवर करने के विषय में जानकारी देगी। सबकुछ ठीक रहा तो एनएमसी इस कॉलेज को शासकीय मेडिकल कॉलेज का दर्जा देते हुए निरीक्षण करने टीम भेजेगी।
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