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मालगाड़ी का इंजिन गार्ड कोच और कोयले से भरी बोगी को छोड़ आगे निकल गई

locationदुर्गPublished: Sep 03, 2019 11:47:10 pm

रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 2 में सोमवार की शाम हादसा टल गया। इस प्लेटफार्म में कोयले के रेक को स्टापेज दिया गया था। उसी प्लेटफार्म ट्रेन आने के संकेत मिलते ही गुड्स ट्रेन को रवाना गया, लेकिन कपलिंग के टूट जाने से गार्ड कोच समेत कोयले से लोड वौगन ट्रेन से अलग हो गया।

जब इंजिन गार्ड कोच और कोयले से भरी बोगी को छोड़ आगे निकल गई

जब इंजिन गार्ड कोच और कोयले से भरी बोगी को छोड़ आगे निकल गई

दुर्ग@Patrika. रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 2 में सोमवार की शाम हादसा टल गया। (Durg railway station)इस प्लेटफार्म में कोयले के रेक को स्टापेज दिया गया था। उसी प्लेटफार्म ट्रेन आने के संकेत मिलते ही गुड्स ट्रेन को रवाना किया गया, लेकिन कपलिंग के टूट जाने से गार्ड कोच समेत कोयले से लोड वौगन ट्रेन से अलग हो गया। (Durg Patrika) बाद में गुड्स ट्रेन के गार्ड ने वायरलेस पर पॉयलट को सूचना देने के बाद तत्काल कंट्रोल रूम को सूचित किया।
कपलिंग और हाउस पाइप टूट कर अलग हो गया

यह घटना शाम लगभग 4 बजे की है। प्लेटफार्म-2 में खड़ी ट्रेन को 3.53 बजे सिग्नल देकर नागपुर की दिशा के लिए रवाना किया गया। इसी बीच कपलिंग और हाउस पाइप टूट कर अलग हो गया। लगभग दो मिनट के अंतराल में गार्ड को ध्यान आया कि गार्ड कोट व एख वैगन कटकर अलग हो चुका है। उन्होंने तत्काल पायलट को सूचना देते हुए कंट्रोल रूम को भी सूचना दी। इसके बाद गुडस ट्रेन को मिडिल लाइन में लाकर अन्य गुड्स ट्रेन को पासिंग दी गई।
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डीजन इंजन से जोड़ा गया कोच

जानकारी मिलते ही तत्काल कुछ देर के लिए लाइन को नियंत्रित किया गया। नदी के पास खड़ी गुड्स ट्रेन से अलग हुए कोच को डीजल इंजन की मदद से जोड़ा गया। इस वजह से गुड्स ट्रेन लगभग 20 मिनट तक मिडिल लाइन में खड़ी रही।
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दो वर्ष पहले यात्री ट्रेन का टूटा था कपलिंग

उल्लेखनीय है कि रसमड़ा रेलवे स्टेशन के निकट दो वर्ष पहले यात्री ट्रेन का कपंलिग अचनाक टूट गया था। इस घटना में चलती ट्रेन के तीन कोच ट्रेन से अलग हो गए थे। बाद में रसमड़ा स्टेशन में कपलिंग को ठीक कर अलग हुए कोच को जोड़ा गया।
पोरबंदर-हावडा एक्सप्रेस में अतिरिक्त कोच
पोरबंदर-हावड़ा एक्सप्रेस में यात्रियों की वेटिंग को देखते हुए अतिरिक्त कोच की सुविधा दी जा रही है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक पोरबंदर-हावडा-पोरबंदर एक्सप्रेस में 1 स्लीपर कोच की सुविधा अस्थाई रूप से उपलब्ध कराई जा रही है। यह सुविधा पोरबंदर से 5 सितंबर से 29 सितंबर तक व हावडा से 7 सितंबर से 1 अक्टूबर तक मिलेगी।
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