आंकड़ों में समझें बजट
0 आय – 384 करोड़ 39 लाख 70 हजार अनुदान व विभिन्न स्रोतों से
0 निगम के पास – 81 करोड़ 55 लाख 73 हजार रुपए प्रारंभिक शेष
0 कुल आय – 465 करोड़ 95 लाख 43 हजार रुपए
0 व्यय – 384 कोड़ 26 लाख 35 हजार रुपए
0 बचेगा – 81 करोड़ 69 लाख 8 हजार बचेंगे व्यय के बाद
0 आय – 13 लाख 35 हजार लाख रुपए
प्रश्नकाल में केवल 7 सवाल
बजट से पहले प्रश्नकाल किया गया। इसके लिए 31 पार्षदों ने 58 साल लगा रखे थे, लेकिन केवल 7 सदस्यों को ही सदन में सवाल करने का मौका मिला। दरअसल सवाल के साथ जवाब को लेकर सदस्य लगातार शहर सरकार के मंत्रियों से उलझते रहे। इसके चलते सकारात्मक जवाब कम और वाद विवाद की स्थिति ज्यादा बनती रही।
विपक्षियों से ज्यादा सीनियर मदन मुखर
सामान्य सभा की बैठक में कांग्रेस के सीनियर पार्षद मदन जैन अपनी ही सरकार के खिलाफ ज्यादा मुखर दिखे। हालात यह रहा कि विपक्षी भी इस मामले में उनके पीछे नजर आए। मदन जैन ने कई मामलों में महापौर और शहर सरकार को जमकर लताड़ा। उन्होंने यहां तक कह दिया कि शहर सरकार और उनके मंत्री आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं।
दुकानों के आवंटन पर मचा बवाल
बैठक में बजट से पहले मोती कॉम्पलेक्स की दुकानों के आवंटन का मामला आया। इसमें सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बवाल मचा। इस ुमुद्दे पर आसंदी के सामने शोर-शराबा और प्रदर्शन तक की स्थिति बनी। अंतत: वाद-विवाद और आरोप प्रत्यारोप को देखते हुए आसंदी ने बिना चर्चा ही इस प्रस्ताव को बहुमत से पारित घोषित कर दिया।
त्रुटियों पर घिरा निगम प्रशासन
बजट पुस्तिका में त्रुटियों को लेकर बैठक में निगम प्रशासन को जमकर किरकिरी झेलनी पड़ी। पहले विपक्षी पार्षदों ने बजट से पुराने एजेंडों हटाए जाने और इसे लेकर कमिश्नर द्वारा आदेश जारी करने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए जमकर भड़ास निकाली। इसके बाद आय व व्यय मदों में प्रावधानों में अंतर, पृष्ठों में वर्ष की गलत जानकारी पर भी सदस्यों की नाराजगी फूटी। इस मामले में वित्त प्रभारी दीपक साहू को आगे आकर स्पष्टीकरण देना पड़ा।
शायराना अंदाज में दिखे महापौर
बैठक में खास बात महापौर धीरज बाकलीवाल का शायराना अंदाज रहा। उन्होंने अपने बजट भाषण में नौ शायरियां पढ़ी। जिसमें योजनाओं की प्रशंसा के साथ विपक्षियों पर तंज भी शामिल था। सामान्य तौर पर बेहद शांत रहने वाले महापौर का एक दो विषयों में तीखा अंदाज भी सामने आया। उन्होंने पार्षदों की ऊंगली दिखाकर बात किए जाने और सीनियर पार्षद मदन जैन के आरोपों पर बैठक में ही तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की।