
कभी भारत के पैसों पर पला था पाकिस्तान, आज भी इमरान खान के लिए आर्थिक संकट है सबसे बड़ा चैलेंच
नई दिल्ली। ये तो आप सभी जानते है की कल भारत अपनी आजादी की 72वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा हैं। लेकिन पाक आज ही अपनी आजादी की 72वीं वर्षगांठ मानने में लगा हुआ है। ऐसे में आज हम आपको भारत-पाक की कुछ ऐसी दिलचस्प बातें बताने जा रहे है। 14 अगस्त 1947 को ही पाकिस्तान को भारत से अलग कर एक अलग देश होने का दर्ज दिया गया था।लेकिन क्या आप ये जानते है की भारत ने विभाजन के बाद पाकिस्तान को अपना अस्तित्व बनाने के लिए 75 करोड़ दिए थे।माना जाता है कि ये पैसे पाकिस्तान को उसकी हालात सुधारने के लिए दिये गए थे।
आजादी के बाद पाक को हालत सुधारने के लिए मिले पैसे
कुछ तथ्यों की मानें तो भारत ने शुरू में पाकिस्तान को 20 करोड़ पहली किस्त के तौर पर दिए थे और बाकी 55 करोड़ रोक कर रखे थे।लेकिन दूसरी किस्त देने से पहले ही पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर के ऊपर हमला कर दिया। बस फिर क्या था भारत सरकार ने बाकी बचे 55 करोड़ देने पर रोक लगा दी और कहा कि पहले कश्मीर समस्या को हल कर लो ताकि आगे दी जाने वाली राशि का इस्तेमाल सेना पर और भारत के विरुद्ध ना हो सके। मगर अब ये कोई नहीं जानता की ये राशी पाकिस्तान को दी गई या नही। ये तथ्य आज भी विवादित है।
विभाजन के बाद पाक को मिली संपत्ति
पाकिस्तान को जहां अचल संपत्ति का 17.5 फीसदी हिस्सा मिला था वहीं भारत का शेयर इसमें 82.5 फीसदी रहा था। इसमें मुद्रा, सिक्के, पोस्टल और रेवेन्यू स्टैंप्स, गोल्ड रिजर्व और आरबीआई के एसेट्स शामिल थे। चल संपत्ति की बात की जाए तो यहां भी 80-20 के अनुपात में विभाजन किया गया। जहां भारत को चल संपत्ति का 80 फीसदी भाग मिला वहीं पाकिस्तान के हिस्से में 20 फीसदी आया। इन संपत्ति आइटम्स में सरकारी टेबल, कुर्सियां, स्टेशनरी, यहां तक कि लाइटबल्ब, इंकपॉट्स और ब्लॉटिंग पेपर भी शामिल थे। यहां तक कि आपको जानकर हैरानी होगी कि सरकारी पुस्तकालयों में उपलब्ध पुस्तकों को भी दोनों देशों के बीच विभाजित किया गया। रेलवे और सड़क वाहन की संपत्तियों को दोनों देशों के रेलवे और सड़कों के हिसाब से बांटा गया।
पाक का हाल बेहाल
इन सबके बाद अगर अब आज पाक की स्थिती को देखा जाए तो पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में जल्द ही इमरान खान शपत लेने वाले हैं। लेकिन उनके सामने पाक की अर्थव्यवस्था, डिवेलपमेंट, कर्ज को लेकर काफी चुनौतीयां हैं। अभी चीन के कर्ज के तले दबा हुआ है। पाक की अर्थव्यवस्था की हालत भी कुछ खास अच्छी नहीं चस रही हैं। इसके अलावा हर दिन पाकिस्तान में बढ़ता अंतकवाद। दोनों ही देश एक समय पर आजाद जरुर हुए थे। लेकिन भारत दुनिया में अपना एक नाम और रुतबा कायम करने में सफल रहा हैं। तो वहीं पाकिस्तान को इसके लिए और मेहनत करनी पड़ेगी।
Updated on:
14 Aug 2018 03:54 pm
Published on:
14 Aug 2018 10:37 am
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