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ADB Report: Coronavirus की वजह से देश में बढ़ेगी महंगाई, 2021 में कम होगा असर

ADB Report के अनुसार इस साल 3.2 फीसदी पर पहुंच सकती है महंगाई पिछले साल 2009 में 2.9 फीसदी पर देखने को मिली थी देश में महंगाई लॉकडाउन की वजह से खाने-पीने की चीजों में महंगाई होने की आशंका एडीबी की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में कम होनी शुरू होगी देश में महंगाई

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Saurabh Sharma

Apr 04, 2020

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नई दिल्ली। देश 21 दिनों का लॉकडाउन है। अति जरूरी सामानों के अलावा देश में ट्रांसपोर्ट पूरी जरह से बंद है। उसके बाद भी देश के किसानों और कारोबारियों का सामान रुका हुआ है। ऐसे में देश में महंगाई बढऩे की आशंका बढ़ गई है। एशियन डेवलपमेंट बैंक की रिपोर्ट में भी इस बात के संकेत मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार देश में पिछले साल के मुकाबले 0.3 फीसदी तक महंगाई में इजाफा हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार यह महंगाई अगले साल थमने का अनुमान लगाया गया है।

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आखिर क्या कहती है एडीबी की रिपोर्ट
एशियाई विकास बैंक के अनुमान के अनुसार कोरोना वायरस की वतह से भारत में महंगाई दर में इजाफा हो सकता है। बैंक के आंकलन के अनुसार खाने-पीने के सामान में तेजी आने की वजह से 2020 में महंगाई बढऩे की संभावना है। रिपोर्ट की मानें तो साल के पहले 6 महीने काफी चैलेंजिंग हैं और दूसरी छमाही में स्थिति में सुधार आने की संभावना ह। आंकड़ों पर बात करें तो 2020 में देश में महंगाई का आंकड़ा 3.2 फीसदी पर पहुंचने का अनुमान है।

जबकि अगले साल 2021 में आर्थिक गतिविधियां कमजोर रहने के कारण महंगाई दर 2.3 फीसदी पहुंचने की उम्मीद है। 2018 में महंगाई दर 2.5 फीसदी थी, जो 2019 में बढ़कर 2.9 फीसदी पर पहुंच गई थी। जिसके पीछे का कारण भारत में खाने पीने की चीजों और खास तौर पर सब्जियों के दाम में इजाफे को बताया गया था। जबकि बीते 10 सालों में भारत की औसत महंगाई दर 3.3 फीसदी से नीचे ही देखने को मिली है।

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आखिर क्या हैं महंगाई के कारण?
देश में महंगाई के कारणों के बारे में बात करें तो सप्लाई चेन को बताया जा रहा है। जानकारों की मानें तो खाने पीने और सब्जियां एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचाई जाती हैं। जिसकी वजह से देश में डिमांड और सप्लाई को बैलेंस किया जाता है और सामान के दाम तय किए जाते हैं।

मौजूदा समय में यही सप्लाई चेन पूरी तरह से टूटी हुई है। देश में लॉकडाउन के बावजूद आवश्यक सामानों की सप्लाई में रुकावटें ना डालने के निर्देश दिए गए हैं। उसके बाद भी किसर और व्यापारियों का काम पूरी तरह से रुका हुआ है। लॉकडाउन की वजह से डिमांड कम है, लेकिन लॉकडाउन खत्म होगा तो मांग बढ़ेगी और महंगाई में इजाफा होगा।