
मोदी 2.0 सरकार को डोनाल्ड ट्रंप का झटका, भारत का किया GSP दर्जा खत्म
नई दिल्ली।नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का काम अभी शुरू भी नहीं हुआ है कि अमरीका ने बड़ा झटका दे दिया है। करीब 60 दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप सरकार की ओर से चेतावनी के साथ नोटिस दिया था कि वो भारत से जीएसपी का दर्जा समाप्त कर देंगे। जिसके 60 दिन 4 जून को पूरे हो रहे हैं। 5 जून से भारत के पास वो सुविधाएं नहीं होंगी अभी तक एक विकासशील देश होने के नाते भारत को मिलती आ रही थी। इसको लेकर भारत की ओर से औपचारिक अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
अकरीका की ओर से उठे सवाल
अमरीकी अधिकारी के अनुसार पिछने एक साल से भारत के समकक्षों से बातचीत कर रहे थे। जिसके बाद उनकी ओर से मार्च में जीएसपी खत्म करने की घोषणा भी की। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी की नई सरकार तैयार है। सवाल ये है कि दोनों देश अब किस तरह से आगे की ओ बढ़ते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह भी देखना और सोचना काफी जरूरी है कि वो भारत की नई सरकार के साथ कैसे और किस तरह से काम कर पाते हैं? आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी की नई सरकार बनने के बाद यही कयास लगाए रहे थे कि अमरीका के साथ उसके संबंधों को और भी ज्यादा मधुर और व्यापारिक रूप से सहज किया जाएगा। लेकिन अमरीका की इस कार्रवाई के बाद अब और भी मुसिबतें खड़ी हो गई हैं।
5.6 बिलियन डॉलर के व्यापार पर पड़ेगा असर
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत द्वारा अमरीका को जीएसपी के तहत 5.6 बिलियन डॉलर का सामान टैक्स फ्री इंपोर्ट करता है। जो डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद बंद हो जाएगा। जिसका असर भारत को काफी ज्यादा पडऩे के आसार है। भारत को इससे करीब 40 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होने की उम्मीद है। अमरीका द्वारा जीएसपी समाप्त करने के बाद भारत के लगभग 2 हजार प्रोडक्ट्स प्रभावित होंगे। इनमें ऑटो पाट्र्स, इंडस्ट्रियल वॉल्व और टेक्सटाइल मैटीरियल प्रमुख हैं। अमरीका के प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा इस फैसले के दौरान कहा था कि भारत और अमरीका के बीच काफी बेहतर व्यापारिक संबंध हैं। लेकिन भारत ने अमरीका को यह आश्वासन नहीं दिया है कि वह अपने बाजारों में उसकी न्यायसंगत और उचित पहुंच प्रदान करेगा।
भारत और अमरीका के बीच व्यापार
ऑफिस ऑफ द यूनाइटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव की वेबसाइट्स https://ustr.gov/countries-regions/south-central-asia/india से मिले आंकड़ों के अनुसार दोनों देशों के बीच काफी व्यापार होता है। दोनों देशों के बीच वर्ष 2017 के हिसाब से 126.2 बिलियन डॉलर का व्यापार होता है। अगर इसे भारतीय रुपयों के हिसाब से देखें तो 8.9 लाख करोड़ रुपए के आसपास बन रहे हैं। वहीं इसमें भारत की भागेदारी 76.7 बिलियन डॉलर यानि 5.43 लाख करोड़ रुपए की है। वहीं अमरीका की हिस्सेदारी 49.4 बिलियन डॉलर यानि 3.5 लाख करोड़ रुपए की है।
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Updated on:
01 Jun 2019 05:21 pm
Published on:
01 Jun 2019 10:16 am
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