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फेसबुक पर बरसे डोनाल्ड ट्रंप, कहा- Libra क्रिप्टोरंसी को बैंक की तरह ही काम करना होगा

Libra समेत सभी क्रिप्टोकरंसी पर बरसे ट्रंप। Cryptocurrency को बैंकिंग प्रणाली की तरह ही काम करने पर जोर। Fed Reserve भी Facebook Libra के लॉन्च होने से पहले रखा शर्त।

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Donald Trump

फेसबुक पर बरसे डोनाल्ड ट्रंप, कहा- Libra क्रिप्टोरंसी को बैंक की तरह ही काम करना होगा

नई दिल्ली।अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) अब बिटकॉइन ( Bitcoin ) और फेसबुक की प्रस्तावित डिजिटल करंसी लिब्रा ( Libra ) समेत अन्य क्रिप्टोकरंसी ( Cryptocurrency ) के बढ़ते व्यापार पर जमकर बरसे हैं। लंबे समय से इन क्रिप्टोकरंसी के लिए बैंकिंग नियामन लाने की मांग की जा रही है।

राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि यदि क्रिप्टोकरंसी का कारोबार जारी रखना है तो राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग नियमों ( Banking Regulation ) को पालना करना होगा। क्रिप्टोरंसी एक्सचेंज प्रणाली को एक बैंक की तरह ही काम करना होगा।

ट्वीट कर बरसे ट्रंप

इस संबंध में ट्रंप ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, "मैं बिटकॉइन व अन्य क्रिप्टोकरंसी का फैन नहीं हूं, जोकि मुद्रा नहीं है। इन क्रिप्टोकरंसी की वैल्यू में अत्यधिक अस्थिरता होती है।" ट्रंप ने आगे लिखा, "अगर फेसबुक व अन्य कंपनियां बैंक बनना चाहते हैं तो उन्हें ठीक वैसे ही बैंकिंग चार्टर के साथ-साथ सभी बैंकिग नियमन का पालन करना होगा, जैसे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बैंक करता है।"

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लिब्रा को हरी झंडी देने से पहले फेड रिजर्व की शर्त

गौरतलब है कि ट्रंप की तरफ से यह टिप्पणी एक ऐसे समय पर आया है जब ठीक एक दिन पहले ही अमरीकी फेडरल रिजर्व बैंक ( Federal reserve bank ) के चेयरमैन जेरोम पावेल ( Jerome Powell ) ने कानून निर्माताओं से अपनी बात में कहा था, डिलिटल करंसी लिब्रा को आगे बढ़ाने के लिए फेसबुक का प्लान तब तक आगे नहीं बढ़ सकता जब तक कि निजता, मनी लॉन्ड्रिंग, ग्राहकों की सुरक्षा और वित्तीय स्थिरता के मोर्चे पर हमें आश्वस्त न कर दिया जाये।

जेरोम पावेल ने कहा कि फेड रिजर्व ने इस संबंध में एक वर्किंग ग्रुप का निर्धारण किया है जो इस प्रोजेक्ट को फॉलो कर रही है। साथ ही रेग्युलेटर्स का एक पैनल भी इस मामाले से जुड़े जोखिम और वित्तीय प्रणाली को समझने और रिव्यू करने पर काम कर रहा है।

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पिछले माह ही फेसबुक के लिब्रा के बारे में दी थी जानकारी

बता दें कि फेसबुक ने पिछले माह ही 'लिब्रा' नाम की क्रिप्टोकरंसी लॉन्च करने के प्लान के बारे में जानकारी दिया था। इस क्रिप्टोकरंसी को मार्केट में उतारने के लिए फेसबुक ने जेनेवा में लिब्रा एसोसिएशन नाम की एक ईकाई में 28 पार्टनर्स के साथ समझौता किया है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, फेसबुक इस क्रिप्टोकरंसी को साल 2020 में लाॉन्च करेगा। लिब्रा एसोसिएशन ही फेसबुक की नई डिजिटल कॉइन को गवर्न करेगी।


कैलिब्रा नाम से होगा फेसबुक का डिजिटल वॉलेट

फेसबुक ने एक सब्सिडियरी भी बनाया है जिसका नाम कैलिब्रा है। Calibra एक तरह का डिजिटल वॉलेट होगा जहां से ग्राहक Libra को खरीद-बेच सकेंगे। कैलिब्रा को फेसबुक के मैसेंजर और व्हाट्सऐप के जरिए मैसेजिंग प्लेटफॉर्म से भी जोड़ा जाएगा। इसके पीछे फेसबुक की कारण इन दोनों प्लेटफॉर्म्स पर करोड़ों यूजर्स की संख्या है।

फेसबुक की इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट की अगुवाई करने वाले डेविड मार्कस ने कहा कि लिब्रा नाम रोमन वेट मेजरमेंट से आया है, जो कि ज्योतिषि भाषा में न्याय को दर्शाता है। फ्रेंच भाषा में इस शब्द का मतलब आजादी भी होता है। फेसबुक से जुडऩे से पहले डेविड मार्कस पेपल के एक्जिक्युटिव हेड रह चुके हैं। डेविड ने कहा, "आजादी, न्याय और पूंजी, हम बस यही करने का प्रयास कर रहे हैं।"