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GDP ग्रोथ में भारी उछाल, 2019 की पहली तिमाही में 8.2 फीसदी रही

locationनई दिल्लीPublished: Aug 31, 2018 06:33:32 pm

Submitted by:

Manoj Kumar

केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए हैं। यह आंकड़े अर्थव्यवस्था की सुनहरी तस्वीर पेश कर रहे हैं।

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GDP ग्रोथ में भारी उछाल, 2019 की पहली तिमाही में 8.2 फीसदी रही

नई दिल्ली। कृषि, विनिर्माण और निर्माण जैसे क्षेत्रों में आई तेजी के बल पर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर बढ़कर 8.2 फीसदी पर पहुंच गई। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 5.6 फीसदी रही थी। जून 2017 में समाप्त पहली तिमाही के बाद से अर्थव्यवस्था में तेजी का रूख बना हुआ है। वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में विकास दर 6.3 फीसदी, तीसरी तिमाही में 7.0 फीसदी और चौथी तिमाही में 7.7 फीसदी रही थी। लतागार चौथी तिमाही में विकास दर में तेजी का रूख बना हुआ है।
विनिर्माण गतिविधियों में 13.5 फीसदी की बढ़ोतरी

नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था में सुस्ती आई थी और एक जुलाई 2017 को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू किए जाने के बाद विनिर्माण गतिविधियां सुस्त पड़ गई थीं। अब फिर से विनिर्माण गतिविधियों के साथ निर्माण क्षेत्र में भी तेजी आने लगी है। इसके बल पर ही सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर में बढ़ोतरी हो रही है। केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार इस तिमाही में विनिर्माण गतिविधियों में जहां 13.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, वहीं कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर भी 5.3 फीसदी पर पहुंच गई है। निर्माण गतिविधियों में 8.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कृषि क्षेत्र में 5.3 फीसदी की वृद्धि

केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार, इस वर्ष जून में समाप्त तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 13.5 फीसदी पर पहुंच गई, जबकि वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में यह ऋणात्मक 1.8 फीसदी रही थी। इस अवधि में कृषि क्षेत्र के प्रदर्शन में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है और इस क्षेत्र की वृद्धि दर 5.3 फीसदी रही। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 3.0 फीसदी रही थी। इस दौरान निर्माण गतिविधियां 8.7 फीसदी की दर से बढ़ी, जबकि वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में यह 1.8 फीसदी रही थी। बिजली, गैस, जलापूर्ति और अन्य यूटिलिटी सेवा क्षेत्र 7.3 फीसदी की दर से बढ़ी हैं जबकि जून 2017 में समाप्त तिमाही में यह दर 7.1 फीसदी रही थी।
खान एवं खनन क्षेत्र में सबसे ज्यादा नरमी

पहली तिमाही में फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर में सुस्ती रही है और यह 6.5 फीसदी की दर से बढ़ी, जबकि वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में यह दर 8.4 फीसदी रही थी। लोक प्रशासन, रक्षा और अन्य सेवा क्षेत्र में भी नरमी देखी गई। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इस क्षेत्र की वृद्धि दर 13.5 फीसदी रही थी, जो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घटकर 9.9 फीसदी पर आ गई है। ट्रेड, होटल, परिवहन, संचार और प्रसार से जुड़ी सेवा क्षेत्र जून 2017 में 8.4 फीसदी की दर से बढ़ी, जो चालू वित्त वर्ष की समान अवधि में घटकर 6.7 फीसदी पर आ गई। इस अवधि में खान एवं खनन क्षेत्र में नरमी रही है। वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में यह क्षेत्र जहां 1.7 फीसदी दर से बढ़ा था, वहीं चालू वित्त वर्ष की समान अवधि में यह घटकर 0.1 फीसदी पर आ गया।
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