
पटना शेल्टर होम कांड: मास्टरमाइंड मनीषा का ऐसा है सियासी और दौलत कनेक्शन
नई दिल्ली। मुज्फफरपुर के बाद अब पटना का शेल्टर होम सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल पटना आसरा गृह में दो लड़कियों की मौत का है। लड़कियों की मौत के बाद संस्था के संचालक चिन्तन और संचालिका मनीषा दयाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। मनीषा का मानना है कि सफलता आप तक नहीं आती आपको सफलता तक जाना पड़ता है और इसी को फॉलो करते हुए मनीषा कुछ सालों में ही बुलंदियों तक पहुंची। पटना में यह शेल्टर होम चलाने वाली मनीषा के दौलत, ग्लैमर और सियासी कनेक्शन का रंग इतना गहरा है कि स्च्चाई जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। आइए जानते हैं कि कैसे इतने कम समय में इस महिला ने इतना बड़ा कारोबार खड़ा कर लिया…
ये हैं मनीषा का कारोबार
फिलहाल मनीषा पटना में आसरा होम्स को चला रही हैं और अनुमाया हयूमेन रिसोर्सेज फाउंडेशन की निदेशक हैं। वहीं वो दयाल एनजीओ आत्मा फाउंडेशन की बोर्ड में सदस्य हैं,
इसके अलावा वो भामा शाह फाउंडेशन ट्रस्ट एनजीओ की कमिटी में भी शामिल हैं, वहीं वो स्पर्श डी एडीक्शन एंड रिसर्च सोसायटी में काउंसलर भी हैं। इससे पहले मनीषा दयाल नव असत्तिव फाउंडेशन की प्रोजेक्ट मैनेजर रह चुकी हैं।
मनीषा का ग्लैमर और सियासी कनेक्शन
मनीषा का ग्लैमर से भी पुराना नाता रहा है। अपने करियर के शुरुआत दौर में ही उसने मॉडलिंग शुरु कर दी थी। उसके बाद में कई मॉडलिंग प्रतियोगिता करवाने में भी मनीषा का नाम सामने आया। खेल प्रतियोगिताओं में भी मनीषा की दिलचस्पी थी। मनीषा दयाल का लंबा-चौड़ा सियासी और खाकी कनेक्शन भी है। एक नेता उसके दूर के संबंधी बताये जाते हैं। जबकि पुलिस महकमे में भी मनीषा की अच्छी पहुंच है। बड़ी सिफारिश होने के कारण ही मनीषा के एनजीओ को आसरा गृह चलाने का काम मिला था। खबर यहां तक है कि आगे भी उसे कई बड़े काम मिलने वाले थे। बड़ी पैरवी का ही असर था कि चार लड़कियों के भागने की कोशिश करने के बावजूद मनीषा के एनजीओ के ऊपर एफआईआर दर्ज नहीं की गयी थी। जबकि उस रोज भी एनजीओ की लापरवाही सामने आयी थी।
Published on:
13 Aug 2018 07:01 pm
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