Budget 2021: लाल कपड़े में लिपटा आता है आम बजट, अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही पुरानी परंपरा को भाजपा सरकार ने तोड़ा
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में अब प्रति मिलियन जनसंख्या में सबसे कम सक्रिय मामले के साथ सबसे कम कोविड-19 मृत्यु दर हमारे लिए राहत देने वाली बात है। पर ऐसी विषम परिस्थितियों को देखते हुए इस बार के बजट में आधारभूत संरचना पर विशेष ध्यान दिया गया है, और यह गर्व की बात है कि हमारे द्वारा देखे जाने वाले आर्थिक पुनरुत्थान की नींव रखने का कार्य भी इसी समय किया गया है।
इस बार का बजट प्रस्ताव जो 6 पिलर्स पर आधारित है वो इस प्रकार हैं- हेल्थ, इंफ्रास्ट्रक्च (Health and well-being) और समावेशी विकास (Inclusive development),, ह्यूमन कैपिटल (Human capital), रिसर्च एंड डेवलपमेंट (Innovation and Research & Development) और मिनिमम गवर्नमेंट-मैक्सिमम गवर्नेंस (Minimum government and maximum governanceको इस बार के बजट का 6 स्तंभ निर्धारित किया गया है।
इस बार के आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वैक्सीनेशन के लिए विशेष प्रावधान रखने की बात कही है। हेल्थ सेक्टर के लिए वित्त मंत्री ने बजट में 2.23 लाख करोड़ रुपये के प्रावधान की घोषणा की है। इस बार का बजट पहले 94 हजार करोड़ रुपये था। और हेल्थ सेक्टंर के बजट में तकरीबन 134 फीसद तक की बढ़ोत्तनरी की गई है।
इतना ही नही सड़क निर्माण और सार्वजनिक परिवहन पर भी बड़ी तादाद में खर्च करने का ऐलान किया गया है। वित्त मंत्री ने इस बार के बजट में भूतल-परिवहन मंत्रालय को 1.18 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की है। जिनमें से 34 हजार करोड़ सिर्फ असम में खर्च किए जाएंगे। वहीं, पश्चिम बंगाल में 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से हाईवे का निर्माण होगा। साथ ही तमिलनाडु में 8500 किलोमीटर लंबी सड़क भी बनाई जाएगी।