
पाकिस्तान पर आई अब तक की सबसे बड़ी आफत, भारत के सिवा कोई नहीं बचा सकता
नई दिल्ली। क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने हैं। जबसे इमरान खान प्रधानमंत्री बने हैं, तबसे पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कभी अमरीका की ओर से आर्थिक सहायता रोकी जा रही है तो कभी भारत की ओर से आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरा जा रहा है। अब पाकिस्तान पर एक एेसी समस्या आ गई है जिससे निपटने के लिए उसके कोई आसान रास्ता नहीं दिख रहा है। यह समस्या एेसी है कि यदि इससे समय से दूर नहीं किया जाता है तो पाकिस्तान जल्द ही बर्बाद हो सकता है और यह समस्या हो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की। जी हां, इस समय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बहुत ही बुरे दौर से गुजर रही है। एक तरफ पाकिस्तान विदेशी कर्जों के बोझ तले दबा हुआ है, दूसरी ओर इसके विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार कमी होती जा रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाकिस्तानी रुपए की हालत लगातार खराब हो रही है। इस कारण पाकिस्तान को विदेशों से आयात महंगा पड़ रहा है।
ये हैं पाकिस्तान के हालात
इस समय पाकिस्तानी रुपए की हालत अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत ही खराब है। डॉलर के मुकाबले इस समय पाकिस्तानी रुपया करीब 124 रुपए के स्तर पर चल रहा है। इसका असर पाकिस्तान के आयात पर पड़ रहा है। आज पाकिस्तान को किसी भी देश के आयात करने पर प्रत्येक डॉलर के बदले 124 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। इससे उसका विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से खाली हो रहा है। हालात यह हैं कि अब पाकिस्तान के पास 10 अरब डॉलर से भी कम का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। चूंकि, पाकिस्तान ने पहले ही चीन और अमरीका जैसे देशों से भारी कर्जा ले रखा है तो यह देश और कर्ज देने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। एेसे में पाकिस्तान के सामने जरूरी सामान के आयात को लेकर भारी संकट बन हुआ है।
इन चीजों का आयात करता है पाकिस्तान
भारत की तरह पाकिस्तान भी अपनी जरूरत के लिए बड़ी मात्रा में आयात करता है। इनमें अनाज से लेकर मशीनरी, विद्युत मशीनरी, कंप्यूटर, पेट्रोलियम पदार्थ, खाद्य तेल समेत कई प्रमुख चीजें हैं। इनमें से अधिकांश वस्तुएं आम लोगों की रोजमर्रा की जरूरतों में काम आती हैं। यदि पाकिस्तान में इन चीजों की कमी होती है तो इससे लोगों को जीवन पर असर पड़ेगा। यदि एेसा होता है तो पाकिस्तानी सरकार पर संकट पैदा हो सकता है।
भारत एेसे बनेगा संकटमोचक
पाकिस्तान पर आए इस संकट का समाधान केवल भारत के पास है। पाकिस्तानी रुपए की अंतरराष्ट्रीय बाजार में हालत को देखते हुए वह विदेशों से भारी मात्रा में आयात करने की स्थिती में नहीं है। जबकि भारत के 1 रुपए के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए की कीमत 1.71 रुपए है। एेसे में पाकिस्तान अपनी रोजमर्रा की वस्तुएं भारत से आयात कर इस संकट से निजात पा सकता है। इसी कारण से कहा जा रहा है कि इस संकट से पाकिस्तान को भारत के अलावा कोई देश निजात नहीं दिला सकता है। आपको बता दें कि भारत ने पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दे रखा है। जनवरी 2017 में पाकिस्तान ने भारत से करीब 13 लाख करोड़ रुपए का आयात किया था।
Published on:
17 Sept 2018 01:40 pm
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