12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दिल्ली के लोगों को घर बैठे दी जाएंगी एक साथ 100 सेवाएं, सरकार ने किया फैसला

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई दिल्ली सरकार के कैबिनेट की बैठक में राष्ट्रीय राजधानी में 100 सेवाएं घर पर ही मुहैया कराने का फैसला कर इसकी निविदाएं आवंटित कर दी गईं।

2 min read
Google source verification
AK

दिल्ली के लोगों को घर बैठे दी जाएंगी एक साथ 100 सेवाएं, सरकार ने किया फैसला

नई दिल्ली। मौजूदा समय में दिल्ली में बुराड़ी कांड छाया हुआ है। अभी तक नहीं पता चल सका है कि इन 11 लोगों की मौत खुदकुशी है या फिर मर्डर। कर्इ तरह की थ्योरी पर काम किया जा रहा है। वहीं दूसरी आेर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों को राहत देने का काम किया है। उन्होंने राजधानीवासियों को 100 से ज्यादा सेवाएं घर में बैठे देने का एेलान किया है। अाए आपको भी बताते हैं कि उन्होंने किस तरह की घोषणा की है।

ये लिया गया फैसला
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई दिल्ली सरकार के कैबिनेट की बैठक में राष्ट्रीय राजधानी में 100 सेवाएं घर पर ही मुहैया कराने का फैसला कर इसकी निविदाएं आवंटित कर दी गईं। यह प्रक्रिया अगस्त के अंत से शुरू होगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बैठक के बाद कहा कि इससे पहले मंत्रिमंडल ने घर पर ही 40 सेवाएं मुहैया कराने का फैसला किया था, इसके बाद मंगलवार को इस सूची में 30 और जनसेवाएं जोड़ दी गईं। बैठक में निर्णय लिया गया कि कार्यक्रम शुरू होने के एक महीने के अंदर 30 सेवाओं को और जोड़ा जाएगा।

ये है मुख्य योजनाएं
सिसोदिया ने कहा कि तीन साल के लिए इसकी निविदा वीएफएस ग्लोबल सर्विसेज को दी गई है। सेवाएं अगस्त से अंत से मिलनी शुरू हो जाएंगी। जोड़ी गईं तीस सुविधाओं में पानी/सीवर के नए कनेक्शन, दिल्ली परिवार लाभ योजना, नमूना आरसी प्रमाणपत्र, विवाह प्रमाण पत्र आदि हैं।

विपक्ष ने साधा निशाना
वहीं दूसरी आेर इस फैसले को चुनावी बताया जा रहा है। विपक्षी नेताआें की मानें तो अरविंद केजरीवाल आैर उनकी सरकार ने लोगों को लुभाने की कोशिश की है। 2019 में देश में आम चुनाव होने जा रहे हैं। जिसके लिए सरकार की आेर से लोगों को खुश करने की कोशिश की जा रही है। विपक्ष का कहना है कि केजरीवाल सरकार की आेर से पिछले तीन चार सालों में कोर्इ काम नहीं किया है। लोगों ने जिस तरह से केजरीवाल सरकार को चुना था। उस हिसाब से दिल्ली में काम नहीं हुआ है। दिल्ली के लोगों में सरकार के प्रति खासा विरोध है। अब देखने वाली बात होगी कि इस चुनावी साल में केजरीवाल दिल्ली को खुश करने में सफल हो पाते हैं या नहीं।