
shakti kantdas
नई दिल्ली:reserve bank of india के गवर्नर की अगुवाई में अगले हफ्ते चार अगस्त से मौद्रिक नीति समिति ( Monetary Policy Committe) की 3 दिन की बैठक शुरू होने वाली है । जानकारों की माने तो इस मौद्रिक नीति ( Monetary Policy ) समिति भी हैं इस बार ब्याज दरें ( Interest Rate ) स्थिर रखने पर फैसला लिया जा सकता है यानी कि ब्याज दरों में बदलाव की उम्मीद ना के बराबर है ।
4 अगस्त से शुरू होने वाली इस बैठक के नतीजों की घोषणा 6 अगस्त को की जाएगी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद लगा के लोगों को इस बार निराश होना पड़ सकता है क्योंकि अगर ब्याज दरें स्थिर रहती हैं तो EMI मैं किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं होगा ।
अगस्त में रिपोर्ट के घटने की उम्मीद कम है - स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ( State Bank Of India )रिसर्च की रिपोर्ट इकोरैप में कहा गया है कि हमारा मानना है अगस्त में रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती नहीं करेगा एमपीसी की बैठक में इस बात पर चर्चा होगी कि किस तरह से मौजूदा परिस्थितियों में वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए और किस तरह के कदम उठाए जाएं ।रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी से लेकर अब तक रेपो दर ( Repo Rate ) में 1.15 फ़ीसदी की कटौती हो चुकी है बैंकों ने कस्टमर्स को नए कर्ज पर 0.72 फ़ीसदी कटौती का लाभ दिया है कुछ बड़े बैंकों ने तो 0.85 फ़ीसदी तक का लाभ दिया है
बचत को प्रोत्साहन -स्टेट बैंक ( State Bank ) की रिपोर्ट में कहा गया है कि रिजर्व बैंक ( Reserve Bank ) ने नीतिगत उद्देश्यों को पाने के लिए लिक्विडिटी को एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया है इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन ( Lockdown ) के दौरान लोगों ने अपनी वित्तीय परिसंपत्तियों ( Financial Assets ) को बचाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई इससे देश में वित्तीय बचत को प्रोत्साहन मिला है । रिपोर्ट रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2020 से 21 के बीच वित्तीय बचत में इजाफा होगा और लोग एहतियाती उपाय के साथ बचत करेंगे
Published on:
31 Jul 2020 03:50 pm
बड़ी खबरें
View Allअर्थव्यवस्था
कारोबार
ट्रेंडिंग
