
नई दिल्ली। कहते हैं जिसे सफल होना होता है उसे दुनिया की कोई ताकत रोक नही सकती। कुछ ऐसा ही हुआ चीन के एक शख्स डेविड ली के साथ। एक दौर था जब इस शख्स के पास खाने तक के पैसे नहीं थे। लेकिन कारों के शौक ने ही इस श्ख्स को अरबपति बना दिया। आज डेविड के पास अरबों की कार हैं। और अब दुनिया इन्हें ‘फरारी कलेक्टर’ के नाम से जानती है। आइए जानते हैं इनकी कहानी..
13 साल की उम्र में खाने को नहीं थे पैसे
चीन के डेविड ली जब 13 साल के थे, तो उनके पिता के पास उनको खाना खिलाने तक के पैसे नहीं थे। तभी ली के पिता को एक शख्स मिला, जो इन्हें ज्वैलरी बिजनेस में लेकर आया। ली के पिता का यह बिजनेस चल निकला। पिता के बिजनेस को बढ़ाने में ली का भी बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने 13 साल की उम्र में ही यह तय कर लिया था कि अगर उसके पास पैसा आएगा तो वह फरारी कार खरीदेगा।
कारों के शौक ने बनाया दुनिया में मशहूर
ली का बिजनेस धीरे-धीरे रफ्तार फकड़ता गया। अब डेविड ली के पास इतने पैसे आ गए थे कि वह कार खरीद सके। 24 साल की उम्र में ली ने अपना सपना पूरा किया और एक फरारी खरीदी। वहीं ली के बिजनेस में भी नए क्लाइंट्स जुड़ते गए। इसके बाद ली ने अपने कारोबार का विस्तार किया और अमेरिका में भी ज्वैलरी स्टोर खरीदा। अब डेविड ने पैसे आने के बाद अपने शौक को पूरा करना शुरू किया।
ली का फरारी कलेक्शन दुनिया में है मशहूर
ली ने काम को आगे बढ़ाया और उनका कार कलेक्शन के शौक ने नया रूप ले लिया। इस शख्स का यह अनोखा शौक चीन औऱ अमेरिका में काफी फेमस है। चीन में ली को फरारी कलेक्टर के नाम से जाना जाता है। ली के गैराज में एक दो नहीं बल्कि 330 करोड़ की फरारी और कुछ दूसरी लग्जरी कारें हैं।
गैराज में हैं ये एंटीक कारें
डेविड के गैराज में फरारी का 250 लूसो मॉडल है, जो पूरी दुनिया में केवल 4 लोगों के पास है। वहीं 1987 का 288 जीटीओ इवो मॉडल भी डेविड के गैराज की शोभा बढ़ाता है। इस मॉडल की आज तक केवल 7 कारें बनी हैं। इसके अलावा डेविड के पास फरारी का सबसे पुराना एफ 50 मॉडल भी है। डेविड के कुल कार क्लेक्शन की वैल्यु करीब 330 करोड़ रुपए है।
Published on:
08 May 2018 05:39 pm
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