क्या होता है वर्चुअल आधार ?
वर्चुअल आधार आपके मौजूदा आधार का डिजिटल फाॅर्म होगा। इसमें आपको 16 अंकों का एक नंबर दिया जाता है। यूआईडीएआई आपको अपने आधार का एक वर्चुअल आईडी तैयार करने का मौका देगा। यदि आपको कहीं अपना आधार डिटेल देने की आवश्यकता होती है तो आप अपने आधार नंबर की जगह 16 अंकों का ये वर्चुअल आधार आईडी दे सकते हैं। इसे जेनरेट करने की सुविधा आपको 1 जून से मिलेगी।
ऐसे जेनरेट कर सकते हैं अपना वर्चुअल आधार आईडी
इसे आप यूआईडीएआई के पोर्टल से जेनरेट कर सकते हैं। वर्तमान नियमों के अनुसार यदि आप अपना वर्चुअल आधार काे जेनरेट करते हैं तो ये एक दिन के लिए ही वैलिड होता है। अगले दिन प्रयोग करने के लिए इसे आपको फिर से जेनरेट करना होगा। आपको बता दें कि ये सिर्फ यूआईडीएआई के पोर्टल से ही इसे जेनरेट किया जा सकता है। आपको यूआईडीएआई के पोर्टल पर जाकर अपना आधा नंबर डालना होगा जिसके बाद आपके फोन पर एक वन टाइम पासवड यानि की ओटीपी आएगा। इस ओटीपी को रिक्त स्थान पर भरने के बाद आपको अपना वर्चुअल आधार जेनरेट करने को विकल्प मिलेगा। इसके जेनरेट होने के बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर 16 अंकों का एक कोड मिलेगा। ये कोड ही आपका वर्चुअल आधार आईडी होगी।
वर्चुअल आधार आईडी के क्या होंगे फायदे
यदि कहीं आपको अपने आधार नंबर के सत्यापन की आवश्यकता होती है तो आप इसे 16 अंकों के कोड का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस नए आईडी से आपका नाम, पता और फोटोग्राफ जैसी कई चीजों का सत्यापन भी हो जाएगा। यदि आप एक से अधिक बार अपना वर्चुअल आईडी जेनरेट करते हैं तो पुरानी आईडी अपने आप ही कैंसिल हो जाएगी।