आपको बता दें, इससे पहले पीएम मोदी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) को लेकर भाषण दे चुके हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि नई शिक्षा नीति में भेड़चाल की कोई जगह नहीं है, इसके आने से भारत की नई नींव तैयार होगी।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हर देश,अपनी शिक्षा व्यवस्था को राष्ट्रीय मूल्य के साथ जोड़ते हुए, अपने राष्ट्रीय लक्ष्य के अनुसार सुधार करते हुए चलता है. मकसद ये होता है कि देश की शिक्षा व्यवस्था, अपनी वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को भविष्य के लिए तैयार रखे,भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति का आधार भी यही सोच है।
पीएम मोदी ने भाषण में कहा था, लंबे समय से छात्र भेड़चाल सिस्टम को फॉलो कर रहे हैं. ऐसे में उनके भीतर इमेजिनेशन की कमी, क्रिएटिव थिकिंग, पैशन, फिलॉसफी ऑफ एजुकेशन आदि खत्म हो चुका है, लेकिन नई शिक्षा नीति में इन सभी पर काम किया जाएगा।
भारत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता है और बेहतर शिक्षा प्रदान करने वाले संस्थानों को स्वायत्तता की आवश्यकता है। उन्होंने आज अपने भाषण के दौरान पूर्व राष्ट्रपति और ‘मिसाइलमैन’ एपीजे अब्दुल कलाम को याद किया और कहा कि वे गुणवत्तापूर्ण मानव बनाने के लिए शिक्षा प्रदान करने के अपने सपने को पूरा करने की कोशिश करेंगे।