Jobs In AI: मार्क जकरबर्ग की मेटा कंपनी और सैम ऑल्टमैन की ओपनएआई के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फील्ड की प्रतिभाओं को अपनी ओर खींचने की होड़ शुरू हो गई है। विशेषकर जकरबर्ग का रुख इसको लेकर काफी आक्रामक बना हुआ है। जकरबर्ग की नजर ओपनआइ (चटजीपीटी) के टैलेंट को तोड़ने पर है। मेटा के सीईओ अरबों रुपए के पैकेज का लालच देकर ओपनएआई और अन्य तकनीकी कंपनियों से प्रतिभाओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसके लिए जकरबर्ग प्रतिभाशाली एआइ प्रोफेशनल्स को 100 मिलियन डॉलर (85 अरब रुपए) सालाना तक का पैकेज ऑफर कर रहे हैं। माना जा रहा है कि अगले चार सालों में मेटा द्ववारा टॉप एआइ प्रोफेशनल्स को दिया जा रहा पैकेज 300 मिलियन डॉलर (करीब 250 अरब रुपए) तक पहुंच सकता है। ऐसे में कंपनियों के बीच एआइ प्रोफेशनल्स को अपने पास बनाए रखने की लागत तेजी से बढ़ रही है।
गौरतलब है कि जकरबर्ग ने इस सप्ताह मेटा सुपरइंटेलिजेंस लैब्स (एमएसएल) के रूप में अपनी ड्रीम टीम को तैयार किया है, जिसके लिए उन्होंने पालो अल्टो और लेक ताहो स्थित अपने घर पर इसकी भर्तियों के लिए प्रोफेशनल्स के साथ व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की थी।
इसका नुकसान अमरीका की सरकार को हो रहा है। कंपनियों के बीच एआइ टैलेंट के लिए मची इस होड़ से सरकारी प्रोजेक्ट्स को अपने लिए प्रतिभाशाली एआइ प्रोफेशनल्स नहीं मिल रहे हैं। सरकार में वेतन की सीमित संभावनाओं को देखते हुए एआइ कर्मी सरकारी नौकरी से दूरी बना रहे हैं। जबकि चीन में सरकार के लिए काम करने वाले एआइ प्रोफेशनल्स की कोई कमी नहीं है। ऐसे में चीन एआइ की रेस में तेजी से आगे निकल रहा है।
Artificial Intelligence (AI) की तेजी से बढ़ती तकनीक ने रोजगार के अवसरों को नई दिशा दी है। आज के दौर में एआई विशेषज्ञ, डेटा वैज्ञानिक, मशीन लर्निंग इंजीनियर जैसे पदों की मांग तेजी से बढ़ रही है। विभिन्न उद्योग जैसे स्वास्थ्य सेवा, वित्त, खुदरा, और ऑटोमेशन में एआई का इस्तेमाल बढ़ने से नई नौकरियां उत्पन्न हो रही हैं। भारत में भी स्टार्टअप्स और बड़े कॉर्पोरेट्स AI पर जोर दे रहे हैं, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर अवसर बन रहे हैं। AI क्षेत्र में करियर बनाना भविष्य के लिए एक सुरक्षित और बढ़िया विकल्प माना जा रहा है। AI के फिल्ड में सैलरी भी युवाओं को बढ़िया मिल जाती है।
Published on:
05 Jul 2025 04:35 pm