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भारत में हायरिंग प्रोसेस में बढ़ रहा है AI का दखल, इस रिपोर्ट ने किया खुलासा 

Hiring In India: भारतीय कंपनियों में वर्ष 2024 की तुलना में वर्ष 2025 में होने वाली नियुक्तियों में 11.1% वृद्धि होने का अनुमान है। समग्रता में यह युवाओं के लिए अच्छा है, लेकिन कॉलेजों में इसी वर्ष पढ़ाई पूरी कर कैंपस प्लेसमेंट की आस संजोने वालों के लिए चुनौती बनी हुई है।

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Hiring In India

Hiring In India: भारतीय कंपनियों में वर्ष 2024 की तुलना में वर्ष 2025 में होने वाली नियुक्तियों में 11.1% वृद्धि होने का अनुमान है। समग्रता में यह युवाओं के लिए अच्छा है, लेकिन कॉलेजों में इसी वर्ष पढ़ाई पूरी कर कैंपस प्लेसमेंट की आस संजोने वालों के लिए चुनौती बनी हुई है। इसका प्रमुख कारण यह है कि उद्योग जगत में सर्वाधिक मांग एक से पांच वर्ष तक अनुभव वालों की है। इंडिया हायरिंग इंटेंट सर्वे 2025 के मुताबिक, कंपनियां नई नियुक्तियों में मात्र 14% फ्रेशर्स को रखना चाहती हैं। इसमें भी कैंपस प्लेसमेंट के लिए अनुमान लगभग 10% ही है।

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एआई की मदद से हो रही है हायरिंग (AI Roles In Hiring In India)

साथ ही नियुक्ति प्रक्रिया में AI का उपयोग 38% तक बढ़ने का अनुमान है। बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज व इंश्योरेंस सेक्टर के 100% नियोक्ताओं ने एआई पर विश्वास जताया है, जबकि आईटी में इसका दखल 67% तक पहुंच चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक, सभी उद्योगों में एक से पांच वर्ष के अनुभव वाले उम्मीदवारों के बीच प्रतिभा की मांग सबसे अधिक 47 प्रतिशत है। इस वर्ग के अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए 55.2 प्रतिशत कंपनियों ने सकारात्मक रुख दिखाया है। 26% नई हायरिंग 6-10 वर्ष के अनुभव वाले उम्मीदवारों की होने की उम्मीद है।

इनकी सबसे अधिक मांग

अनुभव मांग (प्रतिशत)
फ्रेशर्स14%
1 से 5 वर्ष47%
6 से 10 वर्ष26%
10 वर्ष या अधिक13%

ऑटोमोटिव उद्योग में फ्रेशर्स की अधिक मांग (Fresher are in Demand)

इंडिया इंक में 10 वर्ष से अधिक अनुभव रखने वालों की मांग तो फ्रेशर्स से भी कम है। हालांकि, कुछ उद्योग अभी भी फ्रेशर्स को काम पर रखने में रुचि दिखा रहे हैं। इनमें ऑटोमोटिव उद्योग 21% नए कर्मचारियों के साथ सबसे आगे है। इसके विपरीत विनिर्माण उद्योग में फ्रेशर्स की मांग सबसे कम केवल 5% है।

इन सेक्टर्स में फ्रेशर्स की अधिक मांग

इस रिपोर्ट के अनुसार, ऑटोमोबाइल सेक्टर में फ्रेशर्स की मांग 21 प्रतिशत है। वहीं आईटी सेक्टर में फ्रेशर्स की मांग 20 प्रतिशत है। बीएफएसआई सेक्टर में 20 प्रतिशत की मांग है। फार्मा और हेल्थकेयर में फ्रेशर्स की मांग 9 प्रतिशत है। वहीं मैन्युफैक्चरिंग में मात्र 5 प्रतिशत।

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इनके जरिए हो रही नियुक्तियां

सबसे अधिक हायरिंग जॉब पोर्टल द्वारा यानी कि 37 प्रतिशत हो रही है। इंटरनल रेफरल से 32.5% की नियुक्तियां हो रही हैं। वहीं सोशल मीडिया से 13%, कैंपस प्लेसमेंट से 10%, रिक्रूटमेंट एजेंसी से 5% और कंपनी वेबसाइट से 2.5% हायरिंग हो रही है।