छात्रा ने इतिहास, अंग्रेजी, संस्कृत, भूगोल, अर्थशास्त्र और बीमा विषयों में शत प्रतिशत अंक पाकर कीर्तिमान स्थापित किया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) से बीए ऑनर्स में दाखिला लेने का मन बना रही मेधावी छात्रा ने कहा कि उसने कभी कोचिंग नही ली और सिर्फ विद्यालय में पढ़ाए गए पाठ को रटने के बजाय समझ कर कंठस्थ करने का प्रयास किया। उसने शॉर्ट नोट्स बनाए, लेकिन कभी गाइड का सहारा नहीं लिया, बल्कि एनसीईआरटी की किताबो से ही पढ़ा। दिव्यांशी के पिता राजेश प्रकाश जैन व्यवसायी हैं, जबकि मां गृहणी हैं। मेधावी छात्रा शोध के क्षेत्र में कॅरियर बनाने की इच्छुक है।