30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दिल्ली में इस वजह से पोस्टपोन कर दी गई थी CUET UG 2024 परीक्षा, जानिए

CUET UG Exam 2024: दिल्ली में एनटीए ने “मैनपॉवर के मुद्दों” का हवाला देते हुए और यूजीसी प्रमुख ने “अपरिहार्य परिस्थितियों” का हवाला देते हुए स्थगित कर दिया था।

2 min read
Google source verification
CUET UG Exam 2024

CUET UG Exam 2024: सीयूईटी यूजी परीक्षा 15 मई से शुरू हो चुकी है। वहीं दिल्ली के कुछ जगहों पर इस परीक्षा को स्थगित कर दिया गया। एनटीए की ओर से इसे लेकर जानकारी दी गई, लेकिन इसका कारण नहीं बताया गया। हालांकि, अब कारण भी सामने आ चुका है। दिल्ली में एनटीए ने “मैनपॉवर के मुद्दों” का हवाला देते हुए और यूजीसी प्रमुख ने “अपरिहार्य परिस्थितियों” का हवाला देते हुए स्थगित कर दिया था। दिल्ली को छोड़कर अन्य सभी स्थान जैसे कि गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा समेत सभी शहरों में सीयूईटी यूजी परीक्षा के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

बता दें कि दिल्ली के अलावा गाजियाबाद,फरीदाबाद, गुरुग्राम और नोएडा समेत अन्य राज्यों में परीक्षा के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ। साथ ही दिल्ली में भी 16,17 और 18 तारीख को होने वाली परीक्षा निर्धारित समय पर होगी और शेड्यूल में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा।। वहीं, 21 से लेकर 24 मई तक कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट(सीबीटी) परीक्षा होगी। अधिक जानकारी के लिए छात्र आधिकारिक वेबसाइट www.nta.ac.in पर जाएं।

यह भी पढ़ें- क्लासरूम से लेकर लाइब्रेरी तक…सीबीएसई बोर्ड की मान्यता के लिए पूरी करनी होंगी ये शर्तें

15 मई को सबसे अधिक छात्र देने वाले थे परीक्षा (CUET UG Exam 2024) 

15 मई को होने वाली सीयूईटी परीक्षा में अधिक संख्या में परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे क्योंकि इस दिन अंग्रेजी और जनरल टेस्ट दोनों का पेपर था। इंग्लिश के लिए 10 लाख से अधिक और जनरल टेस्ट के लिए 8 लाख से अधिक आवेदन हुए थे। 

दिल्ली में सीयूईटी यूजी (CUET UG 2024) स्थगित होने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। एक कारण यह भी है कि दिल्ली में सीयूईटी यूजी परीक्षा देने वालों की संख्या करीब 1 लाख 46 हजार है। वहीं एनटीए का कहना है कि मैनपॉवर की कमी होने के कारण परीक्षा स्थगित की गई। बीते सोमवार को देश में लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) के लिए चौथे चरण का मतदान हुआ था, जिसमें बड़ी संख्या में पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगी थी। इस वजह से 15 मई की परीक्षा के लिए परीक्षा निरीक्षकों की कमी थी।