‘सुपर 30’ के पुराने छात्र राकेश कुमार ने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट डालकर कहा कि संस्थान के 16 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को खराब करने के लिए कुछ लोग सोशल मीडिया पर अभियान चला रहे हैं, जो समझ से परे है। उन्होंने कहा,मैंने कभी भी किसी और कोचिंग संस्थान में पढ़ाई नहीं की है। मेरे नाम पर जो भी आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह गलत है। संस्थान के पूर्व छात्र शुभम कुमार सिंह भी ऐसा ही कुछ कहते हैं।
उन्होंने कहा कि ‘सुपर 30’ पर एक बायोपिक बन रही है, जिसके कारण कुछ लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा, मैं पूर्णकालिक सुपर 30 का छात्र रहा हूं और मैंने पूरी तैयारी वहीं से की है। मेरे नाम पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह पूरी तरह बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि ‘सुपर 30’ के संस्थापक आनंद कुमार को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि सुपर 30 में सभी 30 छात्रों की पढ़ाई कराई जाती है।
ऐसे ही एक अन्य छात्र सुमित कुमार भी आईआईटी की सफलता के लिए आनंद को धन्यवाद देते है। उन्होंने कहा, आनंद सर को बदनाम करने की एक साजिश हो रही है, जिसे देखकर दुख होता है। इसी तरह अन्य छात्रों ने भी अपने फेसबुक वॉल पर इस संंदर्भ में आरोपों को खारिज किया है।
उल्लेखनीय है कि एक स्थानीय समाचार पत्र ने हाल के दिनों में सुपर 30 पर अन्य संस्थानों में पढ़ाई किए छात्रों को सुपर 30 का बताने का आरोप लगाया था तथा कहा था कि सुपर 30 में बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसे लिए दिए जाते हैं।