
Success Story: आर्थिक तंगी, जिम्मेदारियों का बोझ, अवसाद का दंश सभी को झेलते हुए भी तस्कीन खान अपने सपनों को पाने में सफल रहीं। उनकी कहानी ऐसी है जो हमारे आसपास हर उस लड़की को प्रेरित करेगी, जो सपने देखती हैं और उन्हें पूरा करना चाहती हैं। तस्कीन खान के लिए अपने सपनों को पूरा करना इतना आसान नहीं था। एक के बाद एक कई चीजें हाथ से निकलती गई, लेकिन आखिरकार जो मिला उसने उन्हें देशभर में पहचान दिला दी। आइए, जानते हैं संघर्ष से सफलता की कहानी-
तस्कीन खान मूल रूप से उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली हैं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब थी। ऐसे में एक वक्त ऐसा आया जब तस्कीन को ट्यूशन पढ़ाना पड़ा। हालांकि, शुरुआत से उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। वे गणित विषय से काफी डरती थीं, जैसा कि कई बच्चों के साथ होता है। लेकिन मेहनत के दम पर उन्होंने 10वीं और 12वीं में 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए थे। उन्होंने बीएससी से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है।
ग्रेजुएशन के बाद वर्ष 2019 में उन्होंने सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू कर दी। तैयारी के लिए पैसे जुटाने के लिए उन्हें ट्यूशन पढ़ाना पड़ा। इस दौरान तस्कीन ने सीडीएस से लेकर हरियाणा पीसीएस तमाम तरह की परीक्षाएं दी, लेकिन असफल रहीं। न कोई दोस्त था, न कोई सपोर्ट करने वाला, जो सही राह दिखाता। बस इतना था कि परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कुछ करना था। एक दिन तस्कीन को एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए यूपीएससी के बारे में पता चला। फिर उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी। यूपीएससी के लिए उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर किया। वहां से कोचिंग ली। साल 2022 में जब यूपीएससी प्रीलिम्स नजदीक आ गया तो पिता की तबियत इतनी बिगड़ की उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ा। तस्कीन खान ने काफी असमंजस के बाद परीक्षा दी। इस वर्ष वे प्रिलिम्स और मेन्स दोनों परीक्षा में पास हो गईं।
आईएएस तस्कीन खान (Taskeen Khan) अपनी खूबसूरती के लिए भी काफी चर्चित हैं। बता दें, उन्होंने एक समय में मिस उत्तराखंड का खिताब जीता था। वहीं अब देश की सेवा कर रही हैं। आर्थिक तंगी झेलते हुए परिवार की जिम्मेदारी भी संभाली और अपने सपनों को भी मरने नहीं दिया। कई बार सुसाइड तक करने का ख्याल आया। लेकिन तस्कीन को भी मालूम था कि वे किसी बड़े काम के लिए बनी हैं इसलिए उन्होंने हिम्मत नहीं खोई और आखिरकार साल 2022 की UPSC ESE परीक्षा में सफलता (Success Story) हासिल कर ली। उन्होंने ऑल इंडिया 736वीं रैंक हासिल की है। आज तस्कीन IRMS अफसर हैं।
वर्ष 2022 में भारतीय रेलवे के विभिन्न सेवाओं को खत्म करके IRMS की शुरुआत की गई। इसके लिए UPSC ESE परीक्षा कंडक्ट की जाती है। इस पीरक्षा के तीन चरणों, प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू, को पास करने के बाद ही कैंडिडेट्स का सेलेक्शन होता है।
Published on:
04 Sept 2024 04:35 pm
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