
IAS Interview: आईएएस बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। कई चरणों की परीक्षा देने के बाद सिविल सेवा में चयन होता है। यूपीएससी सीएसई परीक्षा दो राउंड की होती है, प्रीलिम्स और मेन्स। इसके बाद इंटरव्यू लिया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि आईएएस बनने के लिए कैंडिडेट को काफी टफ इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है। इस इंटरव्यू में अभ्यर्थियों की आईक्यू लेवल की जांच की जाती है। इस वजह से उनसे ट्रिकी सवाल पूछे जाते हैं। आइए, जानते हैं आईएएस इंटरव्यू कैसा रहता है और अभ्यर्थियों से कैसे सवाल पूछे जाते हैं।
यूपीएससी का इंटरव्यू (IAS Interview) सिविल सर्विस परीक्षा का आखिरी पड़ाव होता है। इस टेस्ट को व्यक्तित्व परीक्षण यानी पर्सनालिटी टेस्ट भी कहा जाता है। इंटरव्यू राउंड में दो शिफ्ट होते हैं, पहला सुबह 9 बजे से और दूसरा दोपहर 1 बजे से होता है। चुने गए कैंडिडेट को अलग-अलग शिफ्ट में इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इसकी सूचना कॉल लेटर में दी जाती है।
यूपीएससी का इंटरव्यू नई दिल्ली स्थित संघ लोक सेवा आयोग के हेड ऑफिस में आयोजित किया जाता है। आमतौर पर एक इंटरव्यू लगभग 20 मिनट तक चलता है। इस दौरान अभ्यर्थियों से विभिन्न विषयों पर सवाल पूछे जाते हैं। इसमें सफल होने के लिए कैंडिडेट्स का आत्मविश्वासी होना जरूरी है।
यूपीएससी के इंटरव्यू राउंड तक पहुंचना ही बड़ी बात होती है। प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा देने के लिए कोई ड्रेस कोड निर्धारित नहीं है। लेकिन इंटरव्यू राउंड के लिए कैंडिडेट्स को हर एक छोटी-बड़ी बात का ध्यान रखना होता है। ड्रेस से लेकर बैठने और बोलने का तरीका, इंटरव्यू के दौरान एक एक चीज को नोट किया जाता है। आईएएस के इंटरव्यू (IAS Interview) में पुरुष और महिलाओं, दोनों को फॉर्मल ड्रेस पहनना होता है।
आईएएस इंटरव्यू (IAS Interview) में इंट्रोडक्शन का अहम रोल होता है। इसमें अभ्यर्थी अपने बारे में और उसके अर्थ के बारे में बताते हैं। साथ ही गृहनगर और परिवार के बारे में संक्षेप में बताया जाता है। इंट्रोडक्शन 30-40 सेकंड का होता है। इसके आधार पर आगे के सवाल पूछे जाते हैं।
अगर आप किसी सवाल का जवाब नहीं जानते हैं तो गलत या झूठ न बोलें। IAS इंटरव्यू में विनम्र और ईमानदार रहने की सलाह दी जाती है। यूपीएससी इंटरव्यू से पहले नियमित तौर पर इंटरव्यू पर ध्यान दें।
अभ्यर्थियों को अपने कॉल टाइम के अनुसार इंटरव्यू केंद्र पर पहुंचना होता है। इसके बाद उन्हें सिक्योरिटी चेक से गुजरना होता है। प्रारंभिक सत्यापन यानी इंटरव्यू कॉल लेटर और लिस्ट में उम्मीदवार का नाम क्रॉस-चेक किया जाता है। ऐसे में वैध प्रमाण पत्र लेकर जाएं। डॉक्यूमेंट्स जमा होने के बाद उम्मीदवारों को पैनल की संख्या और क्रम संख्या दी जाती है। इस समय पैनल के अध्यक्ष के नाम का खुलासा नहीं किया जाता है। इस बीच उम्मीदवारों को एक बड़े से हॉल में अपने पैनल नंबर के आधार पर ग्रुपी में बैठाया जाता है। एक सेशन में पैनल 5-6 उम्मीदवारों का इंटरव्यू लेता है।
Updated on:
28 Jul 2024 09:58 am
Published on:
28 Jul 2024 09:48 am
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