
IIT, NIT admission ( photo - AI generated )
आईआईटी में प्रवेश पाना कई छात्रों का सपना होता है। लोग सालों साल मेहनत करते है और दिन रात एक करके आईआईटी में एडिमशन की तैयारी करते है। लेकिन कड़े कॉम्पिटिशन और कई बार अन्य कई कारणों से बहुत से छात्रों का यह सपना पूरा नहीं हो पाता है। लेकिन ऐसा होने पर भी आपको हार मानने की जरुरत नहीं है। आईआईटी और एनआईटी में नंबर नहीं आने पर भी कई ऐसे बेहतरीन विकल्प है जिने चुन कर छात्र अपना करियर बना सकते है। भारत में आईआईटी और एनआईटी के अलावा भी कई अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज हैं जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं। इसलिए आईआईटी और एनआईटी में नंबर नहीं आने पर कुछ विकल्प इस प्रकार है।
प्रत्येक राज्य में अपने स्वयं के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज होते हैं जो अच्छी शिक्षा और प्लेसमेंट के अवसर प्रदान करते हैं। आईआईटी और एनआईटी में नंबर नहीं आने पर आप राज्य स्तरीय कॉलेज में ट्राई कर सकते है। ऐसे कई राज्य स्तरीय कॉलेज भी है जो जेईई मेन स्कोर के आधार पर एडमिशन देते है।
कई ऐसे निजी इंजीनियरिंग कॉलेज होते है जो अच्छी फैकल्टी के साथ साथ अच्छी शिक्षा भी देते है। इन्होंने अपनी शिक्षा की गुणवत्ता के चलते बहुत अच्छी प्रतिष्ठा हासिल की होती है। इन कॉलेज में पढ़ कर भी छात्र अपना करियर सुरक्षित कर सकते है। हालांकि इन कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले जरूरी है कि आप एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) पर कॉलेज की रैंकिग चेक कर लें। यह भारत सरकार द्वारा अपनाई गई एक ऐसी व्यवस्था है, जिसकी मदद से भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों (जैसे कॉलेज और यूनिवर्सिटी) को रैंक दी जाती है।
अगर आप सिर्फ आईआईटी से ही इंजीनियरिंग करना चाहते है और इसके लिए अगले साल फिर से कोशिश करने के बारे में सोच रहे है लेकिन साथ ही अपना साल खराब नहीं करना चाहते तो आप किसी डिप्लोमा कार्यक्रम में भी एडमिशन ले सकते है। इंजीनियरिंग के कई क्षेत्रों में ऐसे डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं जो कम समय में आपको विशेषज्ञता प्रदान करते हैं।
विदेश में पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए यह अच्छा विकल्प है। यह छात्र विदेश में किसी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन ले सकते है। विदेशों में इंजीनियरिंग के कई अच्छे कॉलेज मौजूद है उनमें से कई ऐसे है जो बिना किसी प्रवेश प्रक्रिया के छात्रों को एडमिशन दे देते है।
कई बार छात्र कुछ ही नंबरों से सीट पाने से रह जाते है और उन्हें विश्वास होता है कि अगर वह फिर से मेहनत कर के प्रयास करें तो वह जरूर सफल होंगे। ऐसे छात्र साल भर तैयारी कर के फिर से एग्जाम दे सकते है।
Published on:
02 Jul 2025 03:38 pm
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