आईआईएमएसी ने किया ट्वीट (IIMC Tweet)
IIMC ने X पर इस संबंध में जानकारी भी साझा की। संस्थान द्वारा किए पोस्ट में लिखा है, “अंत में, IIMC में पीएचडी। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि IIMC आगामी शैक्षणिक वर्ष से मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म में PhD कार्यक्रम शुरू करेगा। इसके लिए आज नियम अधिसूचित कर दिए गए हैं। प्रवेश प्रक्रिया का विवरण जल्द ही जारी किया जाएगा।”
कुलपति की अध्यक्षता में हुई बैठक में लगी मुहर
भारतीय जनसंचार संस्थान में अब मीडिया स्टूडेंट्स के लिए पीएचडी कोर्स की शुरुआत की गई है। इसके लिए नियम बनाए गए हैं। ये नियम 16 मई 2025 से प्रभावी हैं। आईआईएमसी के कुलपति की अध्यक्षता में 151वीं कार्यकारी परिषद की बैठक में इन नियमों पर मुहर लगी। आईआईएमसी की नोटिस में क्या लिखा है (IIMC Notice)
आईआईएमएसी की नोटिस में जानकारी दी गई है कि अगले शैक्षणिक सत्र से संस्थान में मीडिया स्टूडेंट्स के लिए पीएचडी कोर्सेज की शुरुआत होगी। इस कार्यक्रम के लिए सभी मानदंड और नियम तय कर लिए गए हैं। साथ ही उन पर कुलपति की मुहर लग गई है।
क्या है पीएचडी कोर्स की पात्रता (IIMC PhD Course Eligibility)
ऐसे कैंडिडेट्स जिन्होंने पत्रकारिता और जनसंचार में एक वर्षीय/दो सेमेस्टर का मास्टर डिग्री कार्यक्रम (चार वर्षीय/आठ सेमेस्टर की स्नातक डिग्री) हासिल कर ली है, वे इस कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसी के साथ सामाजिक विज्ञान तथा संबद्ध विषयों में तीन वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम के पश्चात जनसंचार/पत्रकारिता तथा/या संबंधित क्षेत्र में दो वर्षीय/चार सेमेस्टर का मास्टर डिग्री हासिल करने वाले कैंडिडेट्स भी दाखिला ले सकते हैं। इस संबंध में विशेष जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिस पढ़ लें।
पिछले साल मिला था डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2024 में
आईआईएमसी को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा मिला था, जिसके बाद 2024-25 सत्र के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन के 2 डिग्री कोर्स शुरू करने की जानकारी सामने आई थी। ये दो कोर्स थे, ‘मीडिया बिजनेस स्टडीज’ और ‘स्ट्रैटजिक कम्युनिकेशन’। इससे पहले तक यहां मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म से जुड़े क्षेत्र में यूजी और पीजी डिप्लोमा कोर्स ऑफर किए जाते थे।