Inspirational Story: सुख-सुविधा और संपन्नता के साथ तो हर बच्चा अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। लेकिन मिसाल तो उनकी दी जाती है, जो संसाधन के अभाव या विपरित परिस्थिति में भी परचम लहराते हैं। शकील आज़मी की एक पंक्ति है, “हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है”। इस पंक्ति को चरितार्थ कर रही हैं जयपुर की रहने वाली देविना भाटी।
याद रखने और लिखने में दिक्कत होने के बावजूद देविना ने सीबीएसई 10वीं कक्षा (CBSE 10th Result) में 91.4 प्रतिशत हासिल किया। सीबीएसई ने 13 मई 2024 को 10वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। रिजल्ट देखने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
देविना भाटी किसी आम बच्चों सी नहीं हैं। वे बचपन से ही मस्तिष्क पक्षाघात से ग्रस्त हैं। लेकिन उन्होंने अपनी इम कमजोरी को रास्ते का पत्थर नहीं बनने दिया। बता दें, 11 फरवरी को एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) द्वारा देविना को डिस्लेकिस्या और डिस्ग्राफिया बीमारी से ग्रसित होने का सर्टिफिकेट किया गया।
विशेष परिस्थितयों के कारण CBSE ने देविना को गणित और विज्ञान जैसे विषयों के स्थान पर पेंटिंग और संगीत जैसे विषयों की परीक्षा देने की अनुमति दी। सीबीएसई डिसेबिलिटी एक्ट 2019 के तहत देविना को लेखक की अनुमति दी गई थी। बोर्ड ने देविना को एक मौका दिया और उन्होंने जी-तोड़ मेहनत के बाद शानदार रिजल्ट (Girl With Disability Score 91.4 Percent) दिया। आज परिणाम सबके सामने है। उनकी इस सफलता पर देविना की मां बेहद खुश हैं।
Updated on:
15 May 2024 01:57 pm
Published on:
15 May 2024 12:39 pm