31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

फिल्म ‘नायक’ की तरह 9वीं कक्षा की छात्रा को एक दिन के लिए मिली ये जिम्मेदारी, कहा- मेरे लिए उपयोगी रहेगा ये अनुभव

बच्चों को भविष्य का बेहतर नागरिक बनाने की पहल के तहत केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी के करैकल जिला प्रशासन ने सरकारी स्कूल की 9वीं की छात्रा पी. लिथिया को गुरुवार को एक दिन के लिए जिले का कलक्टर बनाया। करैकलमेडु के मछुआरा समुदाय से आने वाली यह छात्रा जिला कलक्टर डी. मणिकंठन के साथ विभिन्न बैठकों और निरीक्षणों में शामिल हुई।

2 min read
Google source verification
Child Education

Child Education In Schools: बच्चों को भविष्य का बेहतर नागरिक बनाने की पहल के तहत केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी के करैकल जिला प्रशासन ने सरकारी स्कूल की 9वीं की छात्रा पी. लिथिया को गुरुवार को एक दिन के लिए जिले का कलक्टर बनाया। करैकलमेडु के मछुआरा समुदाय से आने वाली यह छात्रा जिला कलक्टर डी. मणिकंठन के साथ विभिन्न बैठकों और निरीक्षणों में शामिल हुई। भाषण कौशल, ईमानदारी और आत्मविश्वास आदि गुणों के मूल्यांकन के माध्यम से चयनित होने के बाद लिथिया ने मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) पी. विजयमोहन, स्कूल शिक्षा के उप निदेशक एम. राजेश्वरी और करैकल प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में एक दिन के कलक्टर के रूप में जिले का कार्यभार संभाला।

हर महीने कम से कम 2 छात्रों को बनाया जाता है एक दिन का कलक्टर

कलक्टर मणिकंठन ने ‘हर महीने दो विद्यार्थी बनेंगे कलक्टर’ पहल की शुरुआत की थी। इसके तहत विद्यार्थियों को एक दिन के लिए कलक्टर बनाया जाता है। मणिकंठन ने कहा कि छात्रों को एक दिन का कलक्टर बनाने का उद्देश्य उन्हें भविष्य का बेहतर नागरिक बनाना है। इस पहल से विद्यार्थी जिला प्रशासन के कार्यों, हमारी शिकायत निवारण प्रणाली और विकास कार्यों के हमारे अध्ययन के बारे में भी जानेंगे। इसके अलावा यह कदम उन्हें सिविल सेवाओं में आगे बढ़ने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत हर महीने कम से कम दो विद्यार्थियों का चयन कर उन्हें 'एक दिन का कलक्टर' बनाया जाएगा।

यह भी पढ़ें- कितनी होती है डॉक्टरों की सैलरी….क्या मिलते हैं अन्य सुविधा भी? जानिए

किसानों की शिकायत सुनी 

गौरतलब है कि लिथिया के कार्यभार संभालने के बाद, करैकलमेडु के पंचायत प्रतिनिधियों ने कलक्टर से मुलाकात कर अन्य पिछड़ी जातियों (ओबीसी) के तहत मछली पकड़ने वाले समुदाय के लोगों को फिर से वर्गीकृत करने जैसी याचिकाएं प्रस्तुत की। इसके बाद वास्तविक कलक्टर मणिकंठन ने अनुरोधों पर कलक्टर लिथिया से परामर्श किया। एक दिन के कार्यकाल के दौरान लिथिया ने मणिकंठन के साथ तिरुनल्लर में भगवान धरबरनेश्वर मंदिर के पास स्थित नालन कुलम तालाब का निरीक्षण किया और किसानों की शिकायत निवारण बैठक में भाग लिया। अपना अनुभव साझा करते हुए लिथिया ने कहा कि निश्चित रूप से यह अनुभव मेरे लिए अत्यंत उपयोगी और प्रेरक था।