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महाराष्ट्र शिक्षा विभाग ने सुरक्षा हेतु स्कूल-कॉलेजों को जारी किये नए दिशा-निर्देश

लड़कियों की सुरक्षा के लिए सुझाए गए सावधानी पूर्वक उपायों में लड़कों और लड़कियों के लिए...

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Deovrat Singh

Jun 03, 2018

Jose Kurien

Jose Kurien

Education News Maharashtra विद्यालयों में विद्यार्थियों की सुरक्षा और विद्यालय द्वारा किये सभी प्रकार के कार्यों का ब्यौरा सीधे शिक्षा विभाग की निगरानी में होगा। सुप्रीम कोर्ट और केंद्र के निर्देशों के बाद, राज्य स्कूल शिक्षा विभाग ने अंतरराष्ट्रीय स्कूलों और सभी स्कूलों यहां तक कि जूनियर कॉलेजों में सुरक्षा उपायों पर दिशानिर्देश जारी किए हैं।

शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक परिपत्र में, यह कहा गया है कि प्रत्येक स्कूल और जूनियर कॉलेज को मुख्य प्रवेश द्वार, परिसर और निकास द्वार पर सीसीटीवी स्थापित करना चाहिए। प्रत्येक बच्चे की उपस्थिति को तीन बार चिह्नित किया जाना चाहिए, अगर बच्चे अनुपस्थित हैं तो उनके माता-पिता को संदेश भेजें, और किसी भी बच्चे को इस तरह से दंडित नहीं किया जाना चाहिए जिससे मानसिक या शारीरिक आघात हो सके।

विभाग ने स्कूल प्रबंधन पर सुरक्षा के बारे में जानकारी दी है। नए दिशानिर्देश छात्रों, विशेष रूप से लड़कियों की सुरक्षा के लिए अज्ञात व्यक्तियों या अजनबियों के प्रवेश को प्रतिबंधित भी करते हैं। स्कूल शिक्षकों या कर्मचारियों के लिए संबंधित पुलिस स्टेशन से चरित्र प्रमाण पत्र मांगा जाना चाहिए, बल्कि कैंटीन लड़कों की नियुक्ति के लिए, परिवहन या प्रशासनिक कर्मचारियों को संभालने वाले लोगों को भी नियुक्त किया जाना चाहिए।

लड़कियों की सुरक्षा के लिए सुझाए गए सावधानी पूर्वक उपायों में लड़कों और लड़कियों के लिए एक उपयुक्त दूरी पर, अलग-अलग शौचालय हैं, और लड़कियों के वाशरूम में महिला परिचर की तैनाती। एक महिला शिक्षक या परिचर को एक लड़की के साथ अवश्य होना चाहिए यदि उसे परीक्षा या किसी अन्य कार्यक्रम के लिए स्कूल छोड़ना चाहिए, और स्कूल बस महिला परिचर को बस छोड़ना नहीं चाहिए जब तक कि आखिरी लड़कियां अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच जातीं।

ये दिशानिर्देश राज्य बोर्ड स्कूलों, अंतर्राष्ट्रीय लोगों, सीबीएसई और आईसीएसई के लिए लागू होंगे और शैक्षिक वर्ष 2018-19 से पालन किया जाना चाहिए। Rule book For All School - college