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MNIT में 29 सीट्स ‘Only for Girls’, लड़कों को नहीं मिलेगा एडमिशन

MNIT में चल रहे विभिन्न कोर्सेज में गर्ल्स के लिए 29 सुपरन्यूमेरी सीटें रखी गई हैं, 14 प्रतिशत रिजर्व्ड कोटा कवर करने के लिए बढ़ीं

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Sunil Sharma

Jun 13, 2018

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मानव संसाधन विकास मंत्रालय के इंजीनियरिंग में गर्ल्स को 14 प्रतिशत रिजर्वेशन देने के फैसले के बाद NITs ने ब्रांच वाइज सुपरन्यूमेरी सीट्स बढ़ा दी हैं। एमएनआइटी जयपुर में इसकी संख्या 29 सीटें होगी। ये सीटें उन ब्रांचों में बढ़ाई जा रही हैं, जिनमें पिछले साल में गर्ल्स का रुझान बेहद कम रहा है। सेंट्रल सीट एलोकेशन बोर्ड (सीसेब) के को-कॉर्डिनेटर प्रो.कैलाश सिंह ने बताया कि गर्ल्स के लिए ब्रांच वाइज 14 प्रतिशत सीटों की संख्या तय करने के लिए विभिन्न ब्रांचों में 29 सीटें बढ़ाई गई हैं।

सबसे ज्यादा सीटें मैकेनिकल ब्रांच में बढ़ाई गई हैं। इसमें 16 सीटों का इजाफा किया गया है। वहीं सिविल में पांच, कम्प्यूप्टर साइंस में तीन, इलेक्ट्रिकल में चार और इलेक्ट्रॉनिक्स में एक सीट बढ़ाई गई है। ये सीटें ‘ऑनली फॉर गर्ल्स’ होंगी और इन पर बॉयज का एडमिशन नहीं होगा। हालांकि 710 सीटों पर कोई असर नहीं होगा। इससे बॉयज की संख्या प्रभावित नहीं होगी। सुपरन्यूमेरी सीटों के बाद एमएनआइटी में इस बार सीटों की संख्या 739 होगी। उल्लेखनीय है कि गर्ल्स कोटा तय करने के लिए पहले सीटें गर्ल्स से भरी जाएंगी। काउंसलिंग 15 जून से शुरू होगी।

सभी एनआइटीज में 651 सीटें
इस बार गर्ल्स रेशो के लिए आइआइटीज में 700 जबकि एनआइटीज में 651 सुपरन्यूमेरी सीटें रखी गई हैं। खास बात यह है कि एनआइटीज की इन 651 सीटों में अकेले 267 सीटें मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में हैं। जाहिर है, इस ब्रांच में लड़कियां का रुझान अभी तक नहीं दिख पाया है, जिसके कारण यह स्थिति बनी है। विशेषज्ञ इसकी एक वजह इन ब्रांचों के प्रति गलत अवधारणा को बता रहे हैं।

एमएनआइटी में मैकेनिकल ब्रांच के एचओडी प्रो.दिलीप शर्मा का कहना है कि मैकेनिकल के कई एरियाज ऐसे हैं, जिनमें हार्डशिप जॉब्स नहीं होतीं। मसलन, प्रोडक्ट डिजाइनिंग, प्रॉसेस डवलपमेंट जैसे एरियाज। इसके अलावा गवर्नमेंट डिपार्टमेंट्स में इस ब्रांच के जरिए कॅरियर बनाया जा सकता है। मैकेनिकल वाले मार्केटिंग और मैनेजमेंट में कॅरियर बनाते हैं क्योंकि इस ब्रांच में ये सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं। यहां तक कि एमएनआइटी में मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की मेंटरशिप मैकेनिकल डिपार्टमेंट करता है। इसलिए इस ब्रांच के जरिए कई बेहतर जॉब्स मिलती हैं।

कैमिकल, मेटलर्जी और आर्किटेक्चर पर असर नहीं
सुपरन्यूमेरी सीटों का असर कैमिकल, मेटलर्जी और आर्किटेक्चर में नहीं होगा। इनमें सीटों की संख्या पहले की तरह ही होगी। जानकारी के अनुसार, इन ब्रांचों में पहले ही गर्ल्स का रुझान काफी ज्यादा रहता है। इसलिए इनकी संख्या में बढ़ोतरी नहीं की गई है।

mnit के किस स्ट्रीम में कितनी सीटें बढ़ी
सिविल में 05
कम्प्यूटर में 03
इलेक्ट्रिकल में 04
इलेक्ट्रॉनिक्स में 01
मैकेनिकल में 16